बप्पा के विसर्जन में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
1 min readलखनऊ। 10 दिनों तक भगवान गणेश का धूमधाम से पूजन करने के बाद नम आंखों से बप्पा को विदाई दी गई वहीं बप्पा को अगले वर्ष जल्दी आने को कहा , भाद्रपद के चौथे दिन से शुरू होकर 10 दिनों का भगवान गणेश का उत्सव मनाया जाता है गणेश को ज्ञान और बुद्धि के दाता ,विघ्नहर्ता,के रूप में सर्वप्रथम पूजन किया जाता है गणेश उत्सव का महत्व भगवान गणेश के जन्म का जश्न मनाना, सौभाग्य, समृद्धि और ज्ञान प्राप्त करना और बाधाओं को दूर करना है. यह त्योहार सामाजिक एकता को बढ़ावा देता है, सांस्कृतिक विविधता को प्रदर्शित करता है, और भक्तों को नई शुरुआत करने और सकारात्मकता लाने के लिए प्रेरित करता है शनिवार ढोल नगाड़ों की थाप पर नृत्य करते हुए श्रद्धालुओं ने बप्पा का झूलेलाल वाटिका में विसर्जन किया वही राजधानी की सड़को पर हर ओर गणपति बप्पा मोरया के जयकारों से गूंजता रहा इस मौके रंगों से सराबोर भक्तों ने जमकर नृत्य भी किया।