‘अडानी-अंबानी पैसे भेजते तो हम चुप हो जाते’, क्या बोल गए अधीर रंजन चौधरी; बीजेपी ने घेरा
1 min readअडानी-अंबानी पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के बयान से विवाद हो गया है। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा कि अगर अडानी और अंबानी टेंपो में भरकर पैसे भेजते, तो वह उनके खिलाफ नहीं बोलते। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि पैसे भेजे तो सही उसके बाद विचार करेंगे। अब इसे लेकर बीजेपी ने करारा पलटवार किया। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि अधीर ने कांग्रेस इंडिया ब्लॉक के वास्तविक ‘हफ्ता वसूली मॉडल’ को उजागर कर दिया है। उन्होंने कहा, ‘अधीर ने खुले तौर पर कहा कि अगर उन्हें पैसों के थैले मिलते तो वे संसद में किसी भी मुद्दे पर चुप रहते। अगर उन्हें पैसे नहीं मिलते हैं तो वे हंगामा करते हैं। उन्होंने उदाहरण भी पेश कर दिया कि वे जिन्हें निशाना बनाते हैं अगर पैसे दे तो शांत हो जाते हैं।’
शहजाद पूनावाला ने कहा कि राहुल गांधी पिछले कुछ दिनों से 2 लोगों का नाम खूब लेते थे, मगर अब चुप हो गए। इससे तो सीधा-साधी निष्कर्ष निकलता है। अधीर रंजन चौधरी बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं। उन्होंने साफ तौर पर कह दिया कि पैसा दो और चुप कराओ, अगर पैसा नहीं मिला तो हम आपके ऊपर झूठे आरोप लगाएंगे। उन्होंने कहा, ‘आज कांग्रेस सत्ता में नहीं है, इसके बावजूद इतनी उगाही कर रही है। सोचिए कि जब कांग्रेस सत्ता में थी तो कितनी ज्यादा उगाही की होगी। यूपीए के समय 12 लाख करोड़ रुपये की उगाही हुई। कांग्रेस का मतलब ही करप्शन है। इससे साफ होता है कि कांग्रेस संसद में या बाहर जो भी बात कहती है वो कौड़ियों के लिए कहती है।’
पीएम मोदी ने अंबानी-अडानी से सौदा करने का लगाया आरोप
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कांग्रेस पर अंबानी और अडानी के साथ सौदा करने का आरोप लगाया था। उन्होंने पूछा था कि क्या पार्टी को उन्हें गाली देना बंद करने के लिए 2 उद्योगपतियों से काले धन से भरा टेंपो मिला था। मोदी ने चुनावी रैली में कहा था, ‘शहजादा घोषित करें कि इस चुनाव में अंबानी, अडानी से कितना माल उठाया है? क्या टेंपो भर के नोट कांग्रेस के लिए पहुंचे हैं? क्या सौदा हुआ है कि आपने रातों-रात अंबानी, अडानी को गाली देना बंद कर दिया? जरूर दाल में कुछ काला है।’ इस पर, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम मोदी पर निशाना साधा था। उन्होंने सवाल किया कि अगर उनके आरोप के अनुसार उद्योगपति मुकेश अंबानी और गौतम अडानी कांग्रेस को काला धन भेज रहे थे तो उनकी सरकार ने इस पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं की। क्या ऐसा इसलिए है क्योंकि उन्होंने खुद काला धन प्राप्त किया था?