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यूक्रेन में फंसे छात्रों के मामले पर SC ने सुनाया फैसला, कहा- क्या हम पुतिन को निर्देश जारी करें ?

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यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों का मामला सुप्रीम कोर्ट पहंचा। जिसकी सुनवाई कर सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को निर्देश देते हुए कहा कि वहां फसे छात्रों को निकालने के लिए तत्काल कदम उठाए। बता दें कि यूक्रेन में फसे कश्मीरी छात्रों समेत अन्य लोगों को वापस लाने को लेकर ए एम डार ने याचिका दायर की थी। जिसकी सुनवाई सीजेआई की बेंच ने की है। सेजेआई ने याचिकाकर्ता से कहा कि आप तत्काल अटॉर्नी जनरल से संपर्क करें।

इस मामले को लेकर अटार्नी जनरल ने कहा कि यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों के निकासी के लिए प्रधान मंत्री स्वयं नियंत्रित कर रहे हैं। छात्रों के सुविधा के लिए प्रधानमंत्री ने रसिया, यूक्रेन और पड़ोसी देशों से इस बारे में बात की है। इसके बाद याचिकाकर्ता ने कोर्ट को बताया कि सरकार हंगरी से फंसे छात्रों को वापस ला रही है, लेकिन 200 से ज्यादा छात्र रोमानिया और मालडोवा के बॉर्डर पर फंसे हैं।

कोर्ट ने अटार्नी जनरल से याचिकाकर्ता के बात को दुहराते हुए पूछा कि रोमानिया, मालडोवा में 200 से ज्यादा छात्र फंसे हैं, इसे लेकर क्या हो रहा है ? इस पर जवाब देते हुए अटार्नी जनरल ने कहा कि सरकार ने यूक्रेन के पड़ोसी देशों के अलग-अलग सीमा पर तीन मंत्री मौजूद हैं। अटार्नी जनरल ने आश्चर्य प्रकट करते हुए कि यूक्रेन युद्धरत होने के बाद भी हमरे छात्रों को सीमा पार करने का इजाजत दे दी है। इसके बाद कोर्ट नें निर्देश देते हुए कहा कि सरकार यूक्रेन में फसे छात्रो को निकालने के लिए तीव्रतम प्रयास करे।

इस मामले के सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया ने याची से कहा कि क्या हम युद्ध रोकने का आदेश दे सकते हैं। उन्होंने आगे कहते हुए कह कि फंसे छात्रों के लिए सरकार पहले से ही प्रयासरत है। मुख्यन्याधीश एन बी रमना ने सोशल मीडिया पर कोर्ट को लेकर चल रहे बातों पर नाराजगी जताया।

बता दें कि इन दिनों यूक्रेन में फंसे छात्रों को लेकर लोग सुप्रीम कोर्ट के दखल न देने पर सोशोल मीडिय पर खूब सवाल उठाया जा रहा है। चीफ जस्टिस एनबी रमना ने “न्यायधीश कुछ कर नहीं रहे हैं” जैसे बातों कोड करते हुए कहा कि क्या हम रूस के राष्ट्रपति पुतिन को निर्देश जारी करें। उन्होंने कहा हम इस मामले क्या कर सकते हैं, कल को आप कहेंगे कि पुतिन को निर्देश जारी करिए।

यचिकाकर्ता के वकील नें यूक्रेन में फंसे छात्रों बदहाली बताते हुए कहा कि माईनस 3 डिग्री में 200 से ज्यादा छात्र फंसे हुए हैं, जिनमें ज्यादातर लड़कियां हैं। इस पर मुख्यन्यायधीश ने कहा कि हमें वहां फंसे छात्रों के दु:ख को सुनकर तकलीफ हो रहा है लेकिन क्या हम रूस के राष्ट्रपति पुतिन को युद्ध रोकने का निर्देश दे सकते हैं।

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