इस राज्य ने कांग्रेस को कर दिया खुश, उत्तर भारत में सबसे ज्यादा मिले वोट; विधानसभा चुनाव में BJP की खिसक सकती है जमीन
1 min readकांग्रेस के प्रदर्शन के पीछे कई राज्यों का बड़ा हाथ है जिसमें उत्तर भारत का भी एक अहम राज्य है। हरियाणा में चुनाव के नतीजे भाजपा के लिए खतरे की घंटी और कांग्रेस के लिए अच्छे राजनीतिक भविष्य का संकेत हैं। भाजपा को जहां सत्ता विरोधी लहर का सामना करना पड़ा है वहीं सिरसा हिसार और सोनीपत में प्रत्याशियों के चयन में भाजपा को चूक का नुकसान उठाना पड़ा है।
यह ऐसा राज्य है, जहां कांग्रेस ने न सिर्फ कर्नाटक के बाद सबसे अधिक वोट पाए हैं, बल्कि इस राज्य में राहुल गांधी के बाद कोई एक प्रत्याशी सबसे अधिक अंतर से भी जीता है।
हरियाणा में लोकसभा चुनाव के नतीजे भाजपा के लिए खतरे की घंटी और कांग्रेस के लिए अच्छे राजनीतिक भविष्य का संकेत हैं। भाजपा को जहां सत्ता विरोधी लहर का सामना करना पड़ा है, वहीं सिरसा, हिसार और सोनीपत में प्रत्याशियों के चयन में भाजपा को चूक का नुकसान उठाना पड़ा है।
हरियाणा में कांग्रेस ने जिस तरह से पांच लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की, उससे कांग्रेस हाईकमान के साथ-साथ प्रदेश की जनता में यह संदेश गया है कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ही राज्य में वास्तविक कांग्रेस हैं।
हरियाणा लोकसभा चुनाव के नतीजों में कांग्रेस को क्या हुआ हासिल
- देश में कांग्रेस का हरियाणा में सबसे अधिक वोट प्रतिशत बढ़ा। 2019 के मुकाबले कांग्रेस ने राज्य में 15.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की है।
- हरियाणा में कांग्रेस को उत्तर भारत में सबसे अधिक वोट मिले, पूरे देश में कांग्रेस शासित कर्टाटक राज्य के बाद हरियाणा में कांग्रेस मत प्रतिशत के हिसाब से दूसरे स्थान पर रही है।
- पूरे देश में वोट और जीत के अंतर में रोहतक के कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा रायबरेली में राहुल गांधी के बाद दूसरे स्थान पर रहे हैं।
- 2005, 2009, 2014, 2019 और 2024 में दीपेंद्र हुड्डा ने पांचवीं बार सबसे बड़ी जीत दर्ज की।
- रोहतक लोकसभा की सभी नौ विधानसभाओं में दीपेंद्र हुड्डा की लीड रही। कोसली में भी दो वोट से आगे रहे।