‘ओम बिरला मुस्कुराए और सदन म्यूट हो गया’, कांग्रेस ने लोकसभा अध्यक्ष पर लगाया माइक बंद करने का आरोप
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कांग्रेस ने आरोप लगाया कि करीब 20 मिनट तक कोई ऑडियो नहीं आया। ऑडियो तभी ऑन किया गया जब अध्यक्ष बोले, ‘पहले सदस्य चिल्लाना बंद करें’। इसके बाद सदन को दिन भर के लिए स्थगित कर दिया।
कांग्रेस ने एक बार फिर से लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला पर माइक बंद करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सरकार के खिलाफ विरोध की आवाजों को चुप कराने के लिए संसद में ऑडियो को म्यूट कर दिया गया। पार्टी ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि कार्यवाही शुरू होने के तुरंत बाद जैसे ही विपक्षी विरोध करते हैं वैसे ही लोकसभा में ऑडियो म्यूट हो जाता है।
कांग्रेस पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “नारे लगे – राहुल जी को बोलने दो… बोलने दो.. बोलने दो। फिर ओम बिड़ला मुस्कुराए और सदन म्यूट हो गया। ये लोकतंत्र है?” वीडियो में विपक्षी सांसदों को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की चेयर के पास लगभग सभी सदस्यों को विरोध करते हुए देखा जा सकता है। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि करीब 20 मिनट तक कोई ऑडियो नहीं आया। ऑडियो तभी ऑन किया गया जब अध्यक्ष बोले, ‘पहले सदस्य चिल्लाना बंद करें’। इसके बाद सदन को दिन भर के लिए स्थगित कर दिया।
बता दें कि संसद में बजट सत्र के दूसरे चरण के पहले सप्ताह में विभिन्न मुद्दों पर सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के सदस्यों के भारी हंगामे के कारण लोकसभा की बैठक मात्र 66 मिनट चली। संसद के बजट सत्र में सोमवार को दूसरे चरण में प्रारंभ से ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा भारत के लोकतंत्र के बारे में लंदन में दिए गए बयान पर माफी मांगने की मांग पर अड़े हुए हैं। वहीं कांग्रेस सहित कई विपक्षी दल अडानी समूह से जुड़े मामले की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच कराने पर जोर दे रहे हैं।
लोकसभा एवं राज्यसभा, दोनों ही सदनों में सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के सदस्यों के हंगामे के कारण पूरे सप्ताह एक भी दिन प्रश्नकाल एवं शून्यकाल समान्य ढंग से नहीं चल पाये और कोई महत्वपूर्ण विधायी कार्य नहीं हो पाया। लोकसभा में शुक्रवार को सत्ता पक्ष और विपक्षी दलों के शोर-शराबे के कारण कार्यवाही शुरू होने के करीब 20 मिनट बाद दिनभर के लिए स्थगित करनी पड़ी। सदन की बैठक शुरू होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रश्नकाल चलाने का निर्देश दिया और प्रश्न पूछने के लिए कांग्रेस सदस्य मनीष तिवारी का नाम पुकारा।
इस बीच कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्य आसन के समीप आकर अडाणी समूह से जुड़े मामले की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच की अपनी मांग को लेकर नारेबाजी करने लगे। उधर सत्तापक्ष के कुछ सदस्य अपने स्थानों पर खड़े होकर विदेश में राहुल गांधी के भारतीय लोकतंत्र को लेकर दिये गये बयान पर उनसे माफी की मांग करने लगे। कांग्रेस नेता तिवारी ने पूरक प्रश्न पूछने के लिए सदन में व्यवस्था नहीं होने का उल्लेख किया।