भारतीय पत्रकार एवं मानवाधिकार परिषद ने लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ के हित मे कई पत्रकार संगठनों के साथ मिल किया बलिया प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन व निर्दोष पत्रकारों की रिहाई की माँग
1 min readलखनऊ । बलिया में पत्रकारों की गिरफ्तारी के बाद धीरे धीरे पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन शुरू हो चुका है ,जैसा कि विगत है ,निर्दोष पत्रकार अजीत ओझा ,दिग्गविजय,जो कि अमर उजाला,और मनोज गुप्ता राष्ट्रीय सहारा से है इनको बलिया के उच्चस्तरीय शिक्षा अधिकारी जिला अधिकारी व पुलिस अधीक्षक को पेपर आउट होने की सूचना देना और मामले को निष्पक्ष तरीके से समाचार पत्रों में प्रकाशित करना महँगा पड़ गया जो कि बलिया प्रशासन को रास नही आया क्योंकि खबर प्रकाशित होने के बाद अधिकारियों की किरकिरी होना शुरू हो गयी थी इसलिये निर्दोष पत्रकारों को फर्जी मुकदमे में फसा कर जेल भेज दिया गया इतना ही नही उनको जेल भेजने से पहले काफी टॉर्चर भी किया गया जब यह बात बलिया के अन्य पत्रकारों में फैली तो सभी ने एकजुट होकर एस पी और डी एम सहित शिक्षा विभाग के अधिकारियों को बर्खास्त करने को ले कर जिले जोर दार धरना प्रदर्शन किया गया जिसमें तमाम दिग्गज वरिष्ठ पत्रकार शामिल रहे इसको लोकतंत्र की हत्या मानते हुए पूरे प्रदेश में धरने चालू हो गए और अब राजधानी लखनऊ में भी सोशल एक्टिविस्ट व पत्रकार तनवीर अहमद सिद्दीकी ने मामले को संज्ञान ले के तमाम प्रतिष्ठित पत्रकार संगठन
के अध्यक्ष से मीटिंग कर के बलिया प्रशासन के खिलाफ धरने की सभी के द्वारा सहमति जताई गई फिर क्या सभी ने अपने अपने बैनर के साथ पत्रकारों की रिहाई को लेकर जोरदार धरना प्रदर्शन किया जिसमें भारतीय पत्रकार एवं मानवाधिकार परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे,बी,सिंह अपने पदाधिकारियों व सदस्यों के साथ भारी संख्या में पहुँच कर पत्रकारों के हित मे व बलिया प्रशासन के विरुद्ध जोरदार नारे बाज़ी की सभी लोग भीषण गर्मी में हज़रतगंज गाँधी प्रतिमा से परिवर्तन चौक तक पैदल मार्च कर लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ के लिये अपनी आवाज़ बुलन्द की इसी क्रम में उपजा के प्रदेश अध्यक्ष हेमन्त कृष्णा ने भी धूप में सभी को सम्बोधित किया और दोषियों पर कार्यवाही की माँग की ,तेजतर्रार आरटीआई एक्टिविस्ट व पत्रकार संजय आज़ाद ने भी लाइव चला कर पत्रकारों की रिहाई की मांग की मौके पर उपस्थित पत्रकार संगठनों ने एस पी व डी एम को बर्खास्त करने की माँग किया और यथाशीघ्र पत्रकारों की रिहाई के लिये भी सभी एकजुट होकर जोरदार नारे लगाए ।