इस साल 8 लाख के करीब स्टूडेंट्स ने चुना CBSE का AI कोर्स, 2019 में हुई थी शुरुआत
1 min readआर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के समय में अब स्कूली छात्र भी इसका रूख कर रहे हैं। कई राज्यों में अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़े कोर्सेस भी कराए जा रहे हैं और युवाओं में इस कोर्स को लेकर काफी दिलचस्पी है। इसे आप ऐसे समझ सकते हैं कि शैक्षणिक सत्र 2024-25 में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के लगभग आठ लाख छात्रों ने AI कोर्स को चुना है। बता दें कि CBSE ने 2019 में इस कोर्स को शुरू किया था।
जयंत चौधरी ने दी जानकारी
यह जानकारी लोकसभा में शिक्षा मंत्रालय में राज्य मंत्री जयंत चौधरी ने दी। दरअसल, गुजरात के सांसद राजेशभाई चुडासमा ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर कोर्स के बारे में एक सवाल पूछा था। जवाब में जयंत चौधरी ने कहा, “सत्र 2024-25 में लगभग 4,538 स्कूलों के 7,90,999 छात्रों ने माध्यमिक स्तर पर AI कोर्स को चुना है। उन्होंने यह भी बताया कि लगभग 944 स्कूलों के लगभग 50,343 छात्रों ने वरिष्ठ माध्यमिक स्तर पर AI के कोर्स को चुना है।
8वीं से लेकर 12वीं तक के बच्चे पड़ते हैं इसे
इस दौरान जयंत चौधरी ने बताया कि सीबीएसई बोर्ड ने संबंधित स्कूलों में’आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस’ की शुरुआत 2019 में की थी ताकि इसके अनुप्रयोग को समझने और उसकी सराहना करने के लिए तत्परता विकसित की जा सके। इस कोर्स का सिलेबस 8वीं के स्टूडेंट्स को 15 घंटे मॉड्यूल और कक्षा 9वीं से 12वीं तक के बच्चों को स्किल सब्जेक्ट के रूप में ऑफर किया जाता है। मंत्री ने आगे बताया कि सीबीएसई से संबद्ध रखने वाले 30,373 स्कूलों में से 29,719 स्कूलों में यह कोर्स ऑफर किया जाता है।
20 हजार से ज्यादा स्कूलों में हुआ था कोर्स
जानकारी के मुताबिक, सीबीएसई स्कूल में ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को एक विषय के रूप में शुरू करने का विचार सरकार के थिंक टैंक नीति आयोग ने सुझाया था। इसके बाद सीबीएसई बोर्ड ने इस पर विचार किया और बताया इस अवधारणा को शुरू किया जा सकता है। 2019 में यह कोर्स सीबीएसई के 20299 स्कूलों में शुरू हुआ था। इसके अलावा 25 बाहरी देशों में 220 स्कूलों को शामिल किया था।