शराब पर फूंक-फूंक कदम रख रही AAP सरकार, छह महीने और पुराने नियमों से ही बिक्री
1 min readशराब घोटाले के आरोपों से घिरी दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार नई आबकारी नीति अभी तक तैयार नहीं कर पाई है। ऐसे में केजरीवाल सरकार ने ‘पुरानी नीति’ को छह महीने के लिए बढ़ा दिया गया है।
शराब घोटाले के आरोपों से घिरी दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार नई आबकारी नीति अभी तक तैयार नहीं कर पाई है। ऐसे में ‘पुरानी नीति’ को छह महीने के लिए बढ़ा दिया गया है। सरकार की ओर से यह जानकारी देते हुए बताया गया है कि अधिकारियों को जल्द नई नीति बनाने को कहा गया है। अगले छह महीने में 5 दिन ड्राई डे होंगे। महावीर जयंती, गुड फ्राइडे, बुद्ध पूर्णिमा, ईद-अल-फितर और ईद-अल-अजहा पर दिल्ली में शराब की दुकानें बंद रहेंगी।
आबकारी नीति 2021-22 में घोटाले के आरोप लगने और सीबीआई जांच शुरू होने के बाद दिल्ली सरकार ने पिछले साल जुलाई में इसे वापस ले लिया था। इसके साथ ही नई आबकारी नीति 2022-23 के निर्माण के लिए कमेटी का गठन किया गया और इसे एक महीने के भीतर रिपोर्ट सौंपने को कहा गया था। लेकिन कमिटी की ओर से अभी तक इसे पूर्ण रूप नहीं दिया जा सका है। पिछले साल अगस्त में गठित कमेटी में दिल्ली के प्रधान सचिव वित्त, प्रधान सचिव राजस्व, आबकारी कमिश्नर और एक विशेषज्ञ सदस्य शामिल हैं।
कमेटी के लिए और समय की मांग करते हुए पिछले साल अक्टूबर में एक सदस्य ने कहा था कि वह दूसरे राज्यों में लागू नियमों का भी अध्ययन कर रहे हैं ताकि ‘दोषरहित’ नीति बनाई जा सके। गौरतलब है कि 2020-21 की नीति में गड़बड़ी के आरोपों की वजह से तब आबकारी मंत्री रहे मनीष सिसोदिया को जेल जाना पड़ा है। सीबीआई और ईडी का दावा है कि उस समय की नीति के जरिए शराब कारोबारियों को फायदा पहुंचाया गया और बदले में उनसे 100 करोड़ रुपए की रिश्वत ली गई।