नई मुसीबत: ओमिक्रॉन संकट के बीच ‘डेल्मिक्रॉन’ ने बढ़ाई चिंता,
1 min readकोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट के संक्रमण के मामले भारत सहित दुनिया के तमाम हिस्सों में तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। देश में कोरोना के इस नए वैरिएंट से संक्रमितों की संख्या बढ़कर 200 के आंकड़े को पार कर गई है। अब तक के अध्ययनों में स्वास्थ्य विशेषज्ञ ओमिक्रॉन वैरिएंट को डेल्टा से कई गुना अधिक संक्रामक बता रहे हैं, जिसके चलते लोगों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। कोरोना के इस नए वैरिएंट के बढ़ते मामलों के बीच वैज्ञानिकों ने डेल्मिक्रॉन के खतरे को लेकर भी लोगों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है। वैज्ञानिकों के मुताबिक डेल्मिक्रॉन लोगों में कोरोना के गंभीर जटिलताओं का कारण बन सकता है।
एक तरफ जहां दुनियाभर के वैज्ञानिक अभी भी ओमिक्रॉन वैरिएंट की प्रकृति को जानने के लिए लगातार अध्ययन कर रहे हैं, वहीं संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोप में कोरोना के बढ़ते मामलों के लिए डेल्मिक्रॉन को जिम्मेदार माना जा रहा है। आइए आगे की स्लाइडों में समझने की कोशिश करते हैं कि आखिर यह डेल्मिक्रॉन क्या है और क्यों इसे स्वास्थ्य विशेषज्ञ गंभीर मुसीबतों का कारण मान रहे हैं?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक डेल्मिक्रॉन, कोरोना के ओमिक्रॉन और डेल्टा वैरिएंट का संयोजन है, यानि कि एक साथ डेल्टा और ओमिक्रॉन संक्रमण हो जाने की स्थिति को डेल्मिक्रॉन का नाम दिया गया है। महाराष्ट्र कोविड-19 टास्क फोर्स के अधिकारी डॉ शशांक जोशी ने एक रिपोर्ट में बताया, यूरोप और अमेरिका में डेल्टा और ओमिक्रॉन के ट्विन स्पाइक्स से उपजे डेल्मिक्रॉन ने लोगों के लिए मुसीबतें बढ़ा दी हैं। कोरोना के दो अलग-अलग वैरिएंट का संक्रमण गंभीर संमस्याओं का कारण बन सकता है।