गैस के कीमत बढ़ने पर सरकार को चेताया कांग्रेस, कहा- चुनाव बाद ईंधन के बढ़े दाम तो हम उतरेंगे सड़क पर
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देश के पांच राज्यों में चुनाव के घोषणा के बाद ईधन के दामों में कोई खास वृद्धि नहीं देखी गई। जबकि वहीं चुनावी तारिखों का घोषणा होने से पहले तक पेट्रोल,डीजल और गैस के दामों में एतिहासिक बढ़त देखा गया। जिस दौरान देश में ईधन के दामों बढ़ोत्तरी हो रहा था, उस समय अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेलों के कीमत में गिरावट देखी गई।
वर्तमान में रसिया और यूक्रेन के बीच युद्ध होने के कारण कच्चे तेलों के दामों में खासा बढ़त देखने को मिल रहा है। उसके बावजूद भी देश में पेट्रोल और डीजल के कीमत में किसी भी प्रकार की वृद्धि देखने को नहीं मिल रहा है। इससे स्पष्ट हो रहा है कि सरकार तेल के दामों को किसी भी समय नियंत्रित कर सकती है।
वहीं कामर्सिएल सिलेंडर और दूध के दामों में हुए बढ़त्तरी को लेकर मंगलवार को कांग्रेस ने निशाना साधते हुए कहा कि यदि विधान सभा चुनाव खत्म होने के बाद सरकार पेट्रोल, डीजल एवं रसोई गैस के दाम बढ़ाती है तो इसके विरोध में पार्टी नेता एवं कार्यकर्ता सड़क पर उतरेंगे।
आपको बता दें कि कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रिय अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा कि एलपीजी के दाम एक बार फिर बढ़कर मोदी सरकार ने साफ कर दिया है कि आम जनता की तकलीफों से उन्हें कोई लेना-देना नहीं है।
वहीं दूसरी ओर कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता अल्का लांबा ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार ने दूध के दामों में वृद्धि कर दिया और एलपीजी सिलिएंडर के दामों में 105 रूपए बढ़ा दी। आज दिल्ली में कामर्शिएल गैस का कीमत 2000 रूपए से अधिक हो गया है। उन्होंने आगे कहा कि सुनने में आ रहा है कि 27 मार्च तक घरेलू सिलेंडर की कीमत 15 रूपए तक बढ़ सकती है। कांग्रेस ने सरकार को आगाह करते हुए कहा कि यदि सरकार ईंधन की कीमतें बढ़ाई तो कांग्रेस सड़क पर उतरेगी और सरकार की जन विरोधी नीतियों का विरोध करेगी।