NSE के अधिकारी आनंद सुब्रमण्यम को CBI ने किया गिरफ्तार, तीन दिनों तक चली पूछताछ
1 min readनेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) की पूर्व चेयरमैन चित्रा गुप्ता का मामल इन दिनो सुर्खियों मे है। इसी मामले में एक नई खबर सामने आई है। चित्रा सुब्रमण्यम के पूर्व सलाहकार और ग्रूप के परिचालक आनंद सुब्रमण्यम को सीबीआई ने कल देर रात गिरफ्तार कर लिया। अभी हाल ही में एक रिपोर्ट से पता चला था कि आनंद सुब्रमण्यम वही व्यक्ति हैं, जिनकी नियुक्ति एनएसई की तत्कालीन चेयरमैन और एमडी चित्रा रामकृष्णा ने रहस्यमयी योगी के कहने पर की थी। सूत्रो के अनुसार सीबीआई आनंद सुब्रमण्यम से पिछले तीन दिन से पूछताछ कर रही थी। जिसके बाद सीबीआई उन्हें उठा ली। उनपर आरोप है कि एनएसई के कामकाजों में दखल देते थे और चित्रा रामकृष्णा उनके इशारे पर काम किया करती थी।
आपको बता दें कि चित्रा रामकृष्णा ने सीबीआई से बताया था कि उनसे ईमेल आईडी के माध्यम से एक रहश्यमयी योगी उनके संपर्क रहता था। रहश्यमयी योगी ने चित्र से आनंद के महत्ता को बताते हुए कहा कि अगर उसे धरती पर अवतरित होगा तो वह केवल आनंद को शरीर को अपनाएगा। चित्रा ने बताया कि वो वीभाग से संबंधित सभी जानकारिया रहश्यमयी योगी से साझा करती थीं।
ईडी ने हाल ही में 192 पन्ने का रिपोर्ट जारी किया था, जिसे सीबीआई ने आधार मानते हुए चित्रा और आनंद सुब्रमण्यम के खिलाफ एफआई आर दर्ज की है। सीबीआई ने लुकआउट नोटिस जारी कर दिया था। जिससे कोई भी आरोपी देश छोड़कर भाग न सके।
आपको बता दें कि चित्रा रामकृष्णा ने पद संभालते ही एनएसई में चीफ स्ट्रेटजी ऑफिसर (COO) एक पद बनाया। जिस पर आनंद सुब्रमण्यम की नियुक्ति की गई। आनंद सुब्रमण्यम इससे पहले सरकारी कंपनी में काम करते थे। जहां उनकी सैलरी महज 15 लाख थी। एनएसई के इस पद पर बिराजमान होते ही उनकी सैलरी 15 लाख रुपए से बढ़ाकर 1.38 करोड़ रुपए सालाना हो गई। इस दौरान लगातार उन्हेंने पदोन्नति करते करते वह ग्रुप के ऑपरेटिंग ऑफिसर बन गए।
बता दें कि इससे पहले चित्रा समेत एनएसई के कई अधिकारियों के खिलाफ सेबी ने जांच की। उस दौरान चित्रा पर 3 करोड़ रूपए, आनंद सुब्रमण्यम और रवि नारायण पर दो दो करोड़ और वीआर नरसिम्हा पर 6 लाख रूपए का जुर्माना लगाया है।