72 साल बाद स्वप्निल कुसाले ने रचा इतिहास, कांस्य पर साधा निशाना; सीएम शिंदे ने की एक करोड़ रुपये देने की घोषणा
1 min readपेरिस ओलंपिक के 50 मीटल राइफल थ्री पोजीशंस में कांस्य पदक जीतनेवाले स्वप्निल कुसाले को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने फोन कर बधाई दी है। स्वप्निल कुसाले भी पश्चिम महाराष्ट्र के ही कोल्हापुर जिले के कंबलवाड़ी गांव के मूल निवासी हैं लेकिन उनका जन्म छह अगस्त 1995 को पुणे में हुआ था। वह भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को अपना आदर्श मानते हैं।
पेरिस ओलंपिक के 50 मीटल राइफल थ्री पोजीशंस में कांस्य पदक जीतनेवाले स्वप्निल कुसाले (Swapnil Kusale) की इस सफलता से पूरा महाराष्ट्र प्रसन्न और गदगद दिख रहा है। क्योंकि महाराष्ट्र के किसी व्यक्ति ने 72 वर्ष बाद व्यक्तिगत रूप से ओलंपिक में कोई पदक जीता है।
सीएम शिंदे ने दी बधाई
स्वप्निल से पहले 1952 में हेलसिंकी के उन्हाली ओलंपिक में सातारा के रहनेवाले खाशाबा जाधव ने फ्री स्टाइल कुश्ती में कांस्य पदक जीता था। यही कारण है कि स्वप्निल की उपलब्धि पर आज महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने फोन करके उनके परिवार से बात की, और उन्हें बधाई दी। उन्होंने स्वप्निल कुसाले को एक करोड़ रुपये देने की घोषणा की है।
पुणे में हुआ था स्वप्निल कुसाले का जन्म
संयोग से स्वप्निल कुसाले भी पश्चिम महाराष्ट्र के ही कोल्हापुर जिले के कंबलवाड़ी गांव के मूल निवासी हैं, लेकिन उनका जन्म छह अगस्त, 1995 को पुणे में हुआ था। उनके पिता एवं बड़े भाई किसान होने के साथ-साथ अध्यापक भी हैं। 28 वर्षीय स्वप्निल ने 2009 में महाराष्ट्र सरकार के खेल विकास कार्यक्रम क्रीड़ा प्रबोधिनी से अपनी खेल यात्रा शुरू की। एक साल तक गहन शारीरिक प्रशिक्षण के बाद उन्होंने शूटिंग को अपना पसंदीदा खेल चुना।