अमेरिका में चीन ने कर दिया बड़ा खेल, आर्मी बेस के पास खरीद ली जमीन; अब जासूसी की तैयारी?
1 min readचीन की साथ बढ़ती तनातनी के बीच अमेरिका से एक ऐसी खबर आई है जो उसके लिए खतरे की घंटे हो सकती है। चीन ने अमेरिका के सैन्य ठिकानों के पास जमीन खरीद ली है और इसे वह जासूसी के लिए इस्तेमाल कर सकता है। द न्यूयॉर्क पोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक फ्लोरिडा से लेकर हवाई तक अमेरिका भर में ऐसे 19 ठिकानों की पहचान की गई है। इनमें सेना के रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण ठिकाने शामिल हैं।
द न्यूयॉर्क पोस्ट ने एक रिटायर्ड अमेरिकी एयर फ़ोर्स ब्रिगेडियर जनरल के हवाले से बताया है कि रणनीतिक रूप से अहम जगहों के नजदीक होने की वजह से यह बहुत चिंताजनक है। उन्होंने कहा, “इन स्थानों का उपयोग खुफिया जानकारी इक्कठा करने के लिए किया जा सकता है। साथ ही इन जमीनों के मालिक स्थानीय राजनीति में प्रभावशाली हो सकते हैं, जैसा कि हमने पहले भी देखा है। यह चिंताजनक है कि हमारे पास ऐसे कानून नहीं हैं जो चीनियों को अमेरिका में संपत्ति खरीदने से रोक सकें।”
FBI ने बताया “गंभीर खतरा”
सूत्रों के मुताबिक खेती की आड़ में चीनी मालिक ट्रैकिंग तकनीक स्थापित कर सकते हैं और ठिकानों को देखने के लिए रडार और इन्फ्रारेड स्कैनिंग का उपयोग कर सकते हैं। इसके अलावा सैन्य ठिकानों की जासूसी के लिए उनके ऊपर ड्रोन उड़ाने की कोशिश भी कर सकते हैं। वॉल स्ट्रीट जर्नल की सितंबर 2023 की एक रिपोर्ट में बताया गया कि चीनी घुसपैठियों ने पिछले कुछ सालों में 100 से ज्यादा बार सैन्य ठिकानों में घुसने की है। FBI ने इसे “गंभीर खतरा” करार दिया है और निर्देशक क्रिस्टोफर रे ने अप्रैल में कहा था कि हैकर्स ने अमेरिका के महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे में अपना रास्ता बना लिया है और वो हमले के लिए सिर्फ सही मौके का इंतजार कर रहे हैं।
होमलैंड सिक्योरिटी विभाग ने अमेरिकी दक्षिणी सीमा पर 30,000 से ज्यादा चीनी जासूसों के घुसने के खतरे के बारे में भी चेतावनी दी है। यूएसडीए की कृषि सेवा एजेंसी के नए आंकड़ों के के मुताबिक, 31 दिसंबर, 2022 तक चीनी निवेशकों के पास 349,442 एकड़ अमेरिकी कृषि भूमि थी। चीनी नागरिकों ने अपने निगरानी बढ़ाने के लिए ड्रोन का भी इस्तेमाल किया है। फ्लोरिडा के की वेस्ट में एक खुफिया केंद्र में कई बार ऐसी घटनाएं देखी गई हैं, जहां चीनी ‘पर्यटक’ सैन्य ठिकानों के पास तस्वीरें खींचते हुए पाए गए।