Swarved Temple: इस मंदिर में नहीं है किसी देवी-देवता की मूर्ति, PM मोदी की भी शिखर पर टिकी नजर; खासियतें चौंकाने वाली
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100 करोड़ की लागत से तैयार स्वर्वेद महामंदिर (Swarved Mahamandir) आज से आम साधकों व श्रद्धालुओं के लिए खुल जाएगा। स्वर्वेद महामंदिर को बनाने में छह सौ कारीगर और दो सौ मजदूर और 15 इंजीनियर की कड़ी मेहनत लगी है। मालूम हो कि इस महामंदिर को लगभग एक हजार करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। यह दुनिया का सबसे बड़ा मेडिटेशन सेंटर है।
स्वर्वेद मंदिर के लोकार्पण के दौरान पीएम मोदी के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी वहां पर मौजूद थे। लोकार्पण के बाद पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक साथ इसका भ्रमण किया। पीएम मोदी ने अपने भ्रमण के दौरान विहंगम योग में भी हिस्सा लिया।
मालूम हो कि इस महामंदिर को लगभग एक हजार करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। यह मंदिर जितना खूबसूरत है, उतना ही खास भी माना जा रहा है। आइए इस मंदिर की खासियत के बारे में बताते हैं।
पढ़ें स्वर्वेद महामंदिर की खासियत
- इस सात मंजिला महामंदिर में एक साथ 20 हजार लोग ध्यान (Meditation) कर सकते हैं। इस कारण स्वर्वेद महामंदिर को दुनिया का सबसे बड़ा ध्यान केंद्र (Meditation Center) कहा जा रहा है।
- इस मंदिर को बेहद खूबसूरत तरीके से डिजाइन किया गया है। इस मंदिर की गुंबद पर 125 पंखुड़ियों वाले कमल को डिजाइन किया गया है। इसके दीवारों और स्तंभ पर भी बेहद खूबसूरत कलाकृतियां की गई हैं।