एक रात की दर्दनाक कहानी… तुर्की और सीरिया में भूकंप से सोते रह गए 600 से ज्यादा लोग, कई देश हिले
1 min readएक शाम पहले जो लोग अपनों के साथ हंसी-खुशी दिन गुजारने के बाद सोए थे, वे अगले दिन जिंदगी नहीं शुरू कर सके। जिस बिस्तर पर सो रहे थे, उस पर मौत की नींद सो गए। तुर्की और सीरिया में आए 7.8 की तीव्रता वाले भूकंप ने ऐसा ही मंजर पेश किया है। इमारतें जमींदोज हो गई हैं और पूरी की पूरी बस्तियां ही उजाड़ हो गई हैं। चारों तरफ मौत का तांडव है। कहीं परिवार का कोई नहीं बचा तो किसी को उम्मीद ही नहीं है कि कोई अपना बचा भी होगा। तुर्की और सीरिया में रविवार की रात को एक मिनट तक आए भूकंप ने हाहाकार मचा दिया है। भूकंप इतना तगड़ा था कि इसके झटके साइप्रस, लेबनान और मिस्र जैसे पड़ोसी देशों तक महसूस किए गए हैं। अब तक 600 से ज्यादा लोगों की मौत की खबर आ चुकी है।
यही नहीं इस भूकंप के चलते सुनामी की आशंका भी इटली में जाहिर की गई थी। फिलहाल तुर्की और सीरिया में बचाव कार्य जारी है और मलबे से निकलती लाशों के साथ ही मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। डर का आलम यह रहा कि तमाम लोग घंटों कारों में ही बैठे रहे ताकि फिर से आया कोई भूकंप का झटका फिर से मौत की वजह न बन जाए। मलबे में अब भी सैकड़ों लोगों के शवों के दबे होने की आशंका है। इमारतें जिस तरह से जमींदोज हुई हैं, उनके मलबे में दबे लोगों के बचे होने की आशंका कम ही है। इस भूकंप का केंद्र तुर्की के शहर गाजियानतेप के पास बताया जा रहा है, जो सीरिया की सीमा से 60 मील की दूरी पर है। यही वजह है कि सीरिया में भी झटके काफी महसूस हुए हैं।
सीरिया के शरणार्थी दूसरी बार हुए घरों से बेदखल, सैकड़ों मरे
इस भूकंप के गाजियानतेप पर भीषण कहर बरपा है। इसके चलते सीरिया से आए उन शरणार्थियों को फिर से बेदखल होना पड़ा है, जो दो वक्त की रोटी और सिर छिपाने की जगह के लिए यहां ठहर गए थे। तुर्की के आपदा प्रबंधन विभाग का कहना है कि इस भूकंप में सैकड़ों लोगों के मारे जाने की आशंका है। तुर्की के कुल 7 प्रांतों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। तुर्की के उपराष्ट्रपति ने अब तक 284 लोगों के शव मिलने की पुष्टि की है। इसके अलावा 2,323 लोग जख्मी हुए हैं। सीरिया में अब तक 237 लोगों के मारे जाने की खबर है और 639 जख्मी लोगों का इलाज चल रहा है।