रास्ता बताने पर दिए 10 रुपये और फिर हुआ कुछ ऐसा की बुजुर्ग से ठग लिए 75 हजार रुपये, जानें कैसे
1 min readराजस्थान के सीकर जिले में एक 62 साल के बुजुर्ग से ठगी का अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। जहां बताया जा रहा है कि एक बुजुर्ग बैंक से दो लाख रुपए निकाल कर गांव जाने के लिए बस स्टैंड की ओर पैदल जा रहा था। इस दौरान पीछे से एक कार आई जिसमें साधु के वेश में एक युवक बैठा था। बुजुर्ग का आरोप है कि कार सवार ने उन्हें सम्मोहित करके अपने वश में कर लिया। इसके बाद वह उनके बैग से दो लाख रुपए में से 75 हजार रुपए निकालकर भाग निकला। बुजुर्ग ने बताया कि, कार रोके जाने के बाद से उन्हें ठगे जाने का एहसास हो रहा था लेकिन वे कुछ कर नहीं पा रहे थे।
पुलिस ने बताया कि मामला बाड़लवास कस्बे का है, जहां 62 साल के बुजुर्ग गोपालाराम, जिले के भीखण गांव के रहने वाले हैं। घटना के अनुसार, वे 21 जनवरी को बैंक से 2 लाख रुपए निकालकर घर की ओर लौट रहे थे। वह बस स्टैंड पहुंचे ही थे कि, इस दौरान एक कार उनके पास रुकी। कार में पीछे की सीट पर साधु के जैसे कपड़े पहने हुए एक व्यक्ति बैठा हुआ था। उसने नागौर जाने का रास्ता पूछा। गोपालाराम ने कार सवार को रास्ता बता दिया तो साधु ने बदले में 10 रुपए दिए।
बुजुर्ग ने बताया कि कार सवार ने उनके हाथ में पानी की कुछ बूंदे टपकाई और एक रंगीन कांच देते हुए कहा कि मुट्ठी बंद कर ले। कुछ देर बाद उसने मुट्ठी खोलने को कहा। जब मुट्ठी खोली तो उसमें एक चना निकला। गोपालाराम ने बताया कि इसके बाद जो कुछ भी वह साधु बोल रहा था, मैं वैसे ही करने लगा था।
इसी दौरान कार सवार बाबा बने युवक ने मुझसे रुपए वाला बैग मांगा, मैंने उसे बैग दे दिया। फिर कार सवार ने बैग में से 50 हजार रुपए की एक गड्डी और एक गड्डी में से कुछ रुपए निकाल लिए, इसके बाद बैग वापस लौटा दिया। फिर कार लेकर नागौर की तरफ चला गया। उन्होंने कहा कि जब मैं घर पहुंचा तो मुझे होश आया, फिर मैंने इस बात की जानकारी अपने पोते को दी।
इसके बाद पोता बाइक लेकर घटनास्थल के आसपास जांच पड़ताल की। उसने कुछ दुकानों में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला। इस दौरान उसे कार तो दिखी, लेकिन उसमें बैठा बाबा पहचान में नहीं आया। कार के नंबर भी नहीं दिखे। थक हार कर पीड़ित ने 24 जनवरी को थाने में मुकदमा दर्ज कराया।
पुलिस ने बताया है कि, पीड़ित का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, लेकिन नगर निकाय चुनाव के चलते जांच अधिकारी एएसआई नरेंद्र को चुनाव ड्यूटी में लगा दिया गया है, इसलिए चुनाव के बाद ही मामले में जांच हो पाएगी।