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एक साथ पैदा हुए नौ बच्चे एक साल बाद किस हालत में हैं?

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आज के ही दिन पिछले साल माली की एक महिला हलीमा सिसे ने एक साथ नौ बच्चों को जन्म दिया था. बच्चों का जन्म मोरक्को के एक अस्पताल में हुआ था. माली की सरकार ने उन्हें खास देखभाल के लिए उस समय मोरक्को भेजने का इंतज़ाम किया था.

26 साल की हलीमा सिसे आज अपने बच्चों का जन्मदिन मना रही हैं.

हलीमा सिसे के पति अब्दुल क़ादिर अर्बी ने बीबीसी को बताया, ”बच्चों का स्वास्थ्य अच्छा है.”

माली के सेना में काम करने वाले अर्बी बताते हैं, ”बच्चे अब घुटनों के बल चलने लगे हैं. कुछ बच्चे बैठने लगे हैं और अगर किसी चीज़ का सहारा मिल जाए तो कुछ चलते भी हैं.”

हलीमा सिसे के बच्चे

ये सभी बच्चे मोरक्को में उसी क्लीनिक की देखभाल में हैं जहाँ उनका जन्म हुआ था. बच्चों की मां हलीमा सिसे की सेहत भी अच्छी है.

बच्चों के पिता ने बीबीसी को बताया, ”ये आसान नहीं है लेकिन ये बहुत अच्छा है, भले ये कभी कभी थका देने वाला ही क्यों ना हो. जब आप बच्चों को कतार से देखते हैं और उन्हें स्वस्थ पाते हैं तो राहत मिलती है. ऐसे में हम सब कुछ भूल जाते हैं”

पिता अअब्दुल क़ादिर अर्बी 6 महीने में पहली बार अपनी तीन साल की बड़ी बेटी सौदा के साथ मोरक्को लौटे हैं और अपने परिवार से मिलकर काफी खुश हैं.

पिता ने बताया, ”क्लीनिक में काम करने वाली नर्सों और पड़ोसियों के साथ मिलकर ही वे जन्मदिन का छोटा सा सेलिब्रेशन करेंगे. पहले साल से बेहतर कुछ नहीं है. हम इस क्षण को याद रखेंगे जिसे हम महसूस करने जा रहे हैं”

बच्चे

4 मई 2021 को जन्म से पहले हलीमा सिसे को स्पेशलिस्ट केयर के लिए माली सरकार ने मोरक्को भेज दिया था.

इस तरह कई सारे बच्चों को जन्म देने वाली डिलीवरी ना सिर्फ़ बच्चों के लिए मुश्किल होती है बल्कि मां के लिए भी काफ़ी जोखिम भरा होता है.

ऐसे देश में जहां गर्भपात को क़ानूनी मान्यता प्राप्त है, वहां महिलाओं को चार से ज़्यादा बच्चे एक बार में कंसीव (गर्भधारण) नहीं करने की सलाह दी जाती है.

ज़्यादातर ऐसी प्रेग्नेंसी में बच्चे प्रीमैच्योर (वक्त से पहले) पैदा होते हैं, जैसा कि सिसे के केस में भी देखा गया था.

जो बच्चे समय से पहले पैदा हो जाते हैं, उन्हें प्रीमैच्योर कहा जाता है. ऐसे बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने और संक्रमण के ख़तरे ज्यादा होते हैं. कई मामलों में ऐसे बच्चों का दिमाग़ ठीक से विकसित नहीं हो पाता.

इस वक्त बच्चे उसी फ्लैट में रहते हैं जहां उनका जन्म हुआ था. उनके पिता उसे एक ‘मेडिकलाइज्ड फ्लैट’ कहते हैं. कासाब्लैंका का ये फ्लैट ऐन बोरजा क्लीनिक के मालिकों का है. यहीं पर बच्चों का खास ध्यान रखा जाता है.

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