रूस से युद्ध के बीच यूक्रेन को अमेरिका से मिलेगी 2600 करोड़ की सैन्य मदद, जेलेंस्की ने ठुकराया देश छोड़ने का प्रस्ताव
1 min readरूस की सेना यूक्रेन पर हमलों की रफ्तार तेज करते हुए जल्द ही कीव पर कब्जा कर सकती है। पिछले तीन दिनों में रूसी सेना ने यूक्रेन पर चार तरफ से हमला कर उसकी सेना को पीछे हटने पर मजबूर किया है। हालांकि, राजधानी कीव अभी तक रूसी सेना के कब्जे से दूर रही थी। अब खुद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने चिंता जताई है कि कीव पर रूसी सेना के कब्जे का खतरा मंडरा रहा है। उन्होंने कहा कि आज की रात हमारे लिए सबसे कठिन होने वाली है, लेकिन हमें खड़े रहना होगा। बताया गया है कि जेलेंस्की को अमेरिका की तरफ से यूक्रेन छोड़ने का प्रस्ताव मिला था। लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया।
रूस की सरकारी मीडिया के ऐड्स पर फेसबुक का बैन
सोशल मीडिया कंपनी मेटा ने एलान किया है कि उसके किसी भी प्लेटफॉर्म पर अब रूस की सरकारी मीडिया के एडवर्टाइजमेंट नहीं दिखेंगे। कंपनी की सुरक्षा नीति के प्रमुख नैथेनियल ग्लेइशर ने कहा कि हमने रूस के बाकी मीडिया समूहों को चिह्नित करना भी शुरू कर दिया है। यह बदलाव पूरे हफ्ते लागू रहेंगे।
रूस की बमबारी से घबराए यूक्रेनी राजदूत, यूएन सदस्यों के साथ रखा मौन
यूक्रेन पर रूस के हमलों के बीच यूएन में यूक्रेनी राजदूत सर्गिय किस्लित्सिया ने सभी सदस्यों देशों से मौन प्रार्थना की अपील की। उन्होंने कहा कि रूस के हमले में जिन लोगों की जान गई है, उनकी आत्मा की शांति के लिए यह प्रार्थना जरूरी है।
यूक्रेन संकट: रोमानिया के बुखारेस्ट पहुंचा एयर इंडिया का विमान
रूस की ओर से यूक्रेन पर जारी हमलों के बीच भारत ने अपने नागरिकों को निकालने की कोशिश तेज कर दी है। एयर इंडिया का एक रेस्क्यू विमान शनिवार सुबह ही रोमानिया के बुखारेस्ट पहुंच गया। यह विमान रूस की सीमा तक पहुंचने वाले भारतीयों को लेकर वापस आएगा।
यूक्रेन संकट: भारतीय दूतावास की अपील- बिना बताए सीमाई इलाकों पर न जाएं
यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद वहां फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने के प्रयासों के बीच यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने नागरिकों से उसके अधिकारियों के साथ समन्वय के बिना सीमा चौकियों पर नहीं जाने को कहा है। भारतीय दूतावास ने कहा, ‘‘सीमा जांच चौकियों पर स्थिति संवेदनशील है। भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए हम पड़ोसी देशों में हमारे दूतावासों के साथ काम कर रहे हैं।’’ उसने कहा,‘‘ हमारे लिए उन भारतीयों को निकालना मुश्किल हो रहा है जो बिना सूचना दिए सीमा जांच चौकियों पर पहुंच गए हैं। जो भारतीय नागरिक पूर्वी क्षेत्र में हैं, उनसे अगले निर्देश तक अपने निवास स्थान पर रहने का अनुरोध किया जाता है।’’ दूतावास ने भारतीय नागरिकों से कहा कि वे अनावश्यक गतिविधि से बचे, सावधानी बरतें, अपने आसपास की घटनाओं और हाल के घटनाक्रम को लेकर चौकन्ना रहें।
यूक्रेन ने मार गिराए रूस के दो सैन्य परिवहन विमान
रूस के दूसरे इल्युशीन 1आई-76 सैन्य परिवहन विमान को बिला सेरकवा के निकट मार गिराया गया। यह स्थान राजधानी कीव से 85 किलोमीटर दक्षिण में है। यूक्रेन में जमीनी हकीकत पर निगाह रखने वाले दो अमेरिकी अधिकारियों ने यह जानकारी दी। शुक्रवार को यूक्रेन की सेना ने कहा था कि उसने रूस के सैन्य परिवहन विमान को मार गिराया है। सेना के जनरल स्टॉफ की ओर से जारी बयान के अनुसार पहले 1आई-76 भारी परिवहन विमान को कीव के दक्षिण में स्थित शहर वासेकीव के निकट मार गिराया गया। रूस की सेना ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है और खबर की तत्काल पुष्टि नहीं हो सकी है।
यूक्रेनी राष्ट्रपति ने ठुकराया यूक्रेन छोड़ने का प्रस्ताव
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की को अमेरिकी सरकार ने राजधानी कीव से निकलने को कहा था, लेकिन जेलेंस्की ने इससे इनकार कर दिया। अमेरिका के खुफिया विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा,‘‘ यहां युद्ध चल रहा है। मुझे गोला बारूद चाहिए, यात्रा नहीं।’’ इसे लेकर अमेरिकी अधिकारी ने जेलेंस्की को जोशीला व्यक्ति बताया।
रूस की ओर से यूक्रेन पर हमला किए जाने के बाद यूरोपीय देशों के संघ- ईयू ने रूस पर सख्त प्रतिबंध लगाने का एलान किया है। अब इन प्रतिबंधों में अमेरिका ने भी ईयू का साथ दिया है। बताया गया है कि अमेरिका समेत अब तक कुल 30 देश रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उनके उच्चाधिकारियों के खिलाफ प्रतिबंध लगाने आगे आ चुके हैं। इन प्रतिबंधों से रूस को आगे आर्थिक और कूटनीतिक तौर पर बड़ा नुकसान होने की संभावना है।
यूक्रेन की सांसद ने उठाई बंदूक, कहा- जंग के लिए तैयार
रूसी सेना को कीव की तरफ बढ़ने से रोकने के लिए यूक्रेन की सांसद कीरा रुडिक ने बंदूक उठा ली है। उन्होंने एक ट्वीट में लिखा, “मैंने कलाशनिकोव चलाना सीख लिया है और हथियार उठाने के लिए तैयार हूं। कभी सोचा भी नहीं था कि ऐसा भी दिन आएगा। हमारी महिलाएं देश को बचाने के लिए पुरुषों की तरह ही आगे आएंगी।”
एयर इंडिया का विमान यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए बुखारेस्ट रवाना
एयर इंडिया के एक विमान ने रूस के आक्रमण के चलते यूक्रेन में फंसे भारतीयों को स्वदेश लाने के वास्ते रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट के लिए शनिवार सुबह मुंबई हवाईअड्डे से उड़ान भरी। वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने बताया कि उड़ान संख्या एआई1943 ने तड़के करीब तीन बजकर 40 मिनट पर मुंबई हवाईअड्डे से उड़ान भरी और उसके भारतीय समयानुसार सुबह करीब दस बजे बुखारेस्ट हवाईअड्डे पर पहुंचने की संभावना है। उन्होंने बताया कि जो भी भारतीय नागरिक सड़क मार्ग से यूक्रेन-रोमानिया सीमा पर पहुंच गये हैं, उन्हें भारत सरकार के अधिकारी बुखारेस्ट ले जायेंगे ताकि उन्हें एअर इंडिया की उड़ानों के जरिए स्वदेश लाया जा सके। एयर इंडिया यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को स्वदेश लाने के लिए बुखारेस्ट और हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट के लिए शनिवार को और उड़ानें संचालित करेगी।
यूक्रेन के कीव में स्थित भारतीय दूतावास ने भारतीय नागरिकों के लिए एक और एडवाजरी जारी की है। इसमें यूक्रेन से बाहर निकलने की कोशिश में जुटे भारतीय नागरिकों से कहा गया है कि कि वे भारत सरकार के अधिकारियों के साथ पूर्व समन्वय के बिना किसी भी बॉर्डर पोस्ट पर न जाएं।
#UkraineRussiaCrisis All Indian citizens are advised not to move to any of the border posts without prior coordination with GoI officials at border posts: Embassy of India in Kyiv, Ukraine in an advisory to Indian nationals pic.twitter.com/K2Yeu2YxwP
— ANI (@ANI) February 26, 2022
संयुक्त राष्ट्र में रूस के खिलाफ निंदा प्रस्ताव में क्या हुआ?
रूस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के उस प्रस्ताव पर वीटो कर दिया है जिसमें मॉस्को से यूक्रेन पर हमला रोकने और सभी सैनिकों को वापस बुलाने की मांग की गई। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में शुक्रवार को इस प्रस्ताव के पक्ष में 11 और विपक्ष में एक मत पड़ा। चीन, भारत और संयुक्त अरब अमीरात मतदान से दूर रहे। वहीं अल्बानिया, ब्राजील, फ्रांस, गाबोन, घाना, आयरलैंड, केन्या, मैक्सिको, नार्वे, ब्रिटेन और अमेरिका सहित कुल मिलाकर 11 देशों ने प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया। यह प्रस्ताव सुरक्षा परिषद में पारित नहीं हो सका क्योंकि परिषद के स्थायी सदस्य रूस ने इस पर वीटो किया।
ग्वाटेमाला ने अपने राजदूत को रूस से वापस बुलाया
सेंट्रल अमेरिकी देश ग्वाटेमाला ने यूक्रेन में जंग को लेकर रूस का विरोध किया है। इसी के साथ उसने रूस में तैनात अपने राजदूत को वापस भी बुला लिया है। ग्वाटेमाला के राष्ट्रपति अलेहांद्रो गियामट्टेई ने कहा कि उनका देश रूस की हरकतों की कड़ी निंदा करता है और यूक्रेन का साथ देने वाले देशों के साथ खड़ा है।
यूएनएससी में रूस के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पेश, मतदान से दूर रहे भारत और चीन
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत और चीन ने रूस के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पर मतदान में हिस्सा नहीं लिया। प्रारूप प्रस्ताव में यूक्रेन पर रूस के हमले की निंदा की गई। इसमें रूस से कहा गया है कि वह बिना शर्त, तत्काल व पूर्ण रूप से यूक्रेन छोड़े। भारत ने इस प्रस्ताव पर मतदान में हिस्सा नहीं लिया, लेकिन बयान जारी कर यूक्रेन में जारी हिंसा पर अफसोस जताते हुए इसे रोकने का आह्वान किया।
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि आज की रात बाकी सभी दिनों से मुश्किल होगी। हमारे देश के कई शहर हमले का सामना कर रहे हैं। शेरनिहिव, सुमी, खारकीव, डोनबास, देश के दक्षिण में मौजूद शहर भी। लेकिन हम अपनी राजधानी कीव को नहीं गंवा सकते।