Bird Flu Alert: बर्ड फ्लू से बचने के लिए क्या करें? अंंडे-चिकन को लेकर बरतें ये सावधानी
1 min readदेश से अभी कोरोना का संकट टला नहीं कि बर्ड फ्लू नाम की बीमारी ने लोगों के मन में दहशत पैदा कर दी है. राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश, गुजरात और केरल में इस बीमारी की पुष्टि हो चुकी है. यह बीमारी इन्फ्लूएंजा टाइप-ए H5N1 वायरस की वजह से फैलती है. WHO की एक रिपोर्ट की मानें तो H5N1 के कारण संक्रमित लोगों में मृत्यु दर लगभग 60 प्रतिशत है. यानी इस बीमारी का मॉर्टालिटी रेट कोरोना वायरस से भी ज्यादा है. आइए आपको बताते हैं कि इससे बचने के लिए क्या करें और क्या न करें.
पक्षियों के संपर्क में आने से बचें– H5N1 वायरस के खतरे से बचने के लिए हमें पक्षियों के साथ सीधे संपर्क में नहीं आना चाहिए. डोमेस्टिक पोल्ट्री फार्म के पक्षियों के संक्रमित होने के बाद इंसान के बीच इसके फैलने की संभावना काफी बढ़ जाती है. पक्षियों के मल, लार, नाक-मुंह या आंख से स्राव के माध्यम से भी ये बीमारी इंसानों में फैल सकती है.
साफ-सफाई– छत पर रखी टंकियों, रेलिंग्स या पिजरों को डिटर्जेंट से अच्छी तरह साफ करें. पक्षियों के मल या संबंधित जगह पर फैले पंख या कचरे को सावधानी से साफ करें. पक्षियों को खुले हाथों से न कपड़ें, उनसे निश्चित दूरी बनाकर रखें. H5N1 से संक्रमित पक्षी करीब 10 दिनों तक मल या लार के जरिए वायरस रिलीज कर सकता है.
कच्चा मांस-सरफेस न छूएं– दुकान से चिकन खरीदने के बाद उसे धोते वक्त हाथों पर ग्लव्स और मुंह पर मास्क जरूर पहनें. कच्चा मांस या अंडा भी किसी इंसान को संक्रमित कर सकता है. आप किसी दूषित सरफेस के माध्यम से भी वायरस की चपेट में आ सकते हैं. इसलिए पोल्ट्री फार्म या दुकानों पर किसी चीज या सरफेस को छूने से बचें. किसी भी चीज को छूने के बाद हाथों को तुरंत सैनिटाइज करें.
अच्छे से पकाकर खाएं– चिकन को करीब 100 डिग्री सेल्सियस की ताप पर पकाएं. कच्चा मांस या अंडा खाने की गलती न करें. हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, ये वायरस ताप के प्रति संवेदनशील है और कुकिंग टेंपरेचर में नष्ट हो जाता है. कच्चे मांस या अंडों को खाने की दूसरी चीजों से अलग रखना चाहिए.