घर से बुलाया फिर बेरहमी से काटा गला-चलाईं गोलियां, MP के दमोह में ट्रिपल मर्डर केस में तीन गिरफ्तार
1 min readमध्य प्रदेश के दमोह जिले में ट्रिपल मर्डर केस मामले में तीन हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुख्ता इनपुट के आधार पर पुलिस ने दबिश देकर तीनों हत्यारोपियों को तेजगढ़ से गिरफ्तार किया, जबकि एक आरोपी अभी भी फरार है।
पुलिस ने ट्रिपल मर्डर में राजा विश्वकर्मा, गोलू विश्वकर्मा, राजेंद्र विश्वकर्मा को गिरफ्तार किया है, जबकि चौथा आरोपी सजल विश्वकर्मा अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। बताया कि हत्यारोपियों की रिमांड लेने की तैयारी की जा रही है ताकि हत्याकांड से जुड़े हर सवालों के जबाव मिल सके।
तीन-तीन मर्डर करने से पहले जमकर पी शराब
पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि पिता, बेटे और भतीजे की निर्मम हत्या करने से पहले तीनों हत्यारोपियों ने जमकर शराब भी पी थी। जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि हत्यारोपियों ने मृतकों को फोन कर धमकी भी दी थी।
हत्यारोपियों और मृतकों के बीच हत्याकांड से पहले विवाद भी हुआ था। गांव वालों के बीच-बचाव के बाद मामला कुछ दिनों के लिए शांत हो गया था।
ट्रिपल मर्डर केस के यह सवाल अभी भी बने मिस्ट्री
दमोह जिले में पिता-बेटा और भतीजे के हत्याकांड मामले में भले ही पुलिस ने तीन हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया हो लेकिन फिर भी पुलिस के सामने कई सवालों की मिस्ट्री कायम है। पुलिस इस बात की जांच करने में जुटी हुई है कि आखिरकार हत्यारोपियों के पास पिस्तौल कहां से आई?
हत्याकांड में इस्तेमाल मोटरसाइकिल का मालिक कौन है और तीन-तीन मर्डर करने से पहले हत्यारोपियों के साथ रातभर शराब पीने में कौन-कौन शामिल थे? मर्डर करने के बाद हत्यारोपियों को छुपने में किसने मदद की थी?
इसके अलावा पुलिस से भागने के दौरान हत्यारोपियों के पास इतने रुपये कहां से आए? सूत्रों की बात मानें तो तीनों हत्यारोपियों की पुलिस रिमांड लेने की तैयारी में जुटी हुई है ताकि हत्याकांड से जुड़े हर राज से पर्दा उठ सके। तीनों मृतक और तीनों हत्यारोपी आपस में रिश्तेदार
दमोह जिले में तीन-तीन हत्याकांड के बाद गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है। पुलिस जांच में यह बात सामने आई है तीनों हत्यारोपी और तीनों मृतक आपस में रिश्तेदार हैं। कुछ महीने पहले भी किसी बात को लेकर दोनों परिवार के बीच विवाद हुआ था लेकिन तब बड़े-बुजुर्गों के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हो गया था।