‘भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले’ में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए आयुष मंत्रालय स्वर्ण पदक से सम्मानित
1 min read- आयुष मंत्रालय ने ‘भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले’ की ‘मंत्रालय और विभाग’ श्रेणी में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए स्वर्ण पदक प्राप्त किया।
- आयुष मंडप में कुल 18 स्टार्टअप ने अपने नए उत्पादों का प्रदर्शन किया।
- आयुष आहार, अभिनव आयुष उत्पाद रेंज, योग थेरेपी कक्षाएं, मिजाज और प्रकृति परीक्षण, चिकित्सा सलाह, रचनात्मक खेल और शिक्षण मंडप के प्रमुख आकर्षण रहे।
- आगंतुकों ने आयुर्वेद, सिद्ध, यूनानी, होम्योपैथी, योग-प्राकृतिक चिकित्सा, सोवा-रिग्पा प्रणालियों के क्लिनिक में चिकित्सा परामर्श लिया।
- आयुष मंडप में आयुष के क्षेत्र में युवाओं को करियर संबंधी सलाह भी दी गई।
आयुष मंत्रालय को भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले के ‘मंत्रालयों और विभागों’ की श्रेणी में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए ‘भारत व्यापार संवर्धन संगठन’ द्वारा स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया है। मंत्रालय ने वैज्ञानिक साक्ष्य आधारित आयुष उपचार विधियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मेले में विभिन्न गतिविधियों के साथ एक आयुष मंडप बनाया था। आयुष मंत्रालय की विभिन्न गतिविधियों और अभिनव प्रस्तुतियों को वैज्ञानिक साक्ष्य के साथ प्रस्तुत किया गया, जो दर्शकों के आकर्षण का केंद्र रहा।
पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग तथा आयुष मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने आयुष मंत्रालय को इस सम्मान के लिए बधाई दी। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि 2014 में अपनी स्थापना के बाद आयुष मंत्रालय अपने उद्देश्य की ओर निरंतर अग्रसर है। नया मंत्रालय होने के बावजूद उत्कृष्ट कार्य के लिए स्वर्ण पदक प्राप्त करना यह साबित करता है कि आयुष मंत्रालय और उसकी टीम आयुष की विभिन्न चिकित्सा प्रणालियों की साक्ष्य आधारित उपलब्धियों और नवाचारों को मुख्यधारा में शामिल करने में सफल हो रही है। पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली भारत में सबसे प्रसिद्ध और उपयोग की जाने वाली चिकित्सा प्रणाली के रूप में उभर रही है। निश्चित रूप से आयुष मंत्रालय के निरंतर सकारात्मक प्रयासों से भारत को पारंपरिक चिकित्सा के क्षेत्र में राष्ट्रीय ही नहीं अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने में सफलता मिली है।
आयुष-उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए कुल 18 आयुष स्टार्ट-अप को आयुष पवेलियन में नए उत्पाद प्रदर्शित करने का अवसर दिया गया। आयुष मंडप में आयुर्वेद, सिद्ध, यूनानी, होम्योपैथी, योग-प्राकृतिक चिकित्सा, सोवा-रिग्पा जैसी आयुष चिकित्सा पद्धतियों के नि:शुल्क क्लीनिक की सुविधा भी दी गई।