इस्तीफा क्यों दिया? पत्रकारों के सवाल पर बोले त्रिवेंद्र रावत
1 min readत्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंगलवार को राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को अपना इस्तीफा सौंप दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री के तौर पर चार साल पूरे होने से कुछ ही समय पहले इस्तीफा दिया है। इस्तीफा देने बाद उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें उन्होंने कहा कि मैंने कभी मुख्यमंत्री बनने की उम्मीद नहीं की थी। इस पद की जिम्मेदारी देने के लिए उन्होंने भाजपा को धन्यवाद दिया। रावत ने कहा कि उन्हें पार्टी ने बहुत कुछ दिया है। हालांकि उन्हें इस्तीफा क्यों देना पड़ा इस सवाल का उन्होंने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद पत्रकारों ने जब रावत से पूछा कि उनके इस्तीफा देने की क्या वजह है तो उन्होंने कहा कि ये जानने के लिए आपको दिल्ली जाना पड़ेगा।
अब देहरादून में बुधवार को सुबह 10 बजे बीजेपी विधायक दल की बैठक होगी। इस बात की पूरी संभावना है कि इसमें राज्य के नए मुख्यमंत्री का ऐलान कर दिया जाएगा। बताया जा रहा है कि बीजेपी के विधायकों और मंत्रियों की नाराजगी के चलते त्रिवेंद्र सिंह रावत को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा है। नाराज नेताओं ने दिल्ली जाकर पार्टी आलाकमान से मुलाकात की थी। तभी से रावत के मुख्यमंत्री पद पर संकट के बादल मंडराने लगे थे।
राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने के बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि मैं लंबे समय से राजनीति में हूं। चार सालों तक पार्टी ने मुझे सीएम के रूप में सेवा करने का मौका दिया। मैं कभी सोच नहीं सकता था कि मैं सीएम बन सकता हूं। अब पार्टी ने फैसला लिया है कि सीएम के रूप में सेवा करने का अवसर किसी और को दिया जाना चाहिए। मैं प्रदेशवासियों का धन्यवाद करता हूं। मैं माननीय राज्यपाल को अपना त्यागपत्र सौंपकर आ गया हूं। हालांकि किस कारण उन्हें अपने पद से त्यागपत्र देना पड़ा इसका उन्होंने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया।
इस वजह से हुई मुख्यमंत्री पद से रावत की विदाई
बताया जा रहा है कि केंद्रीय नेतृत्व ने त्रिवेंद्र सिंह रावत को मुख्यमंत्री पद से हटाने का फैसला पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट के आधार पर लिया है। पर्यवेक्षकों ने कोर ग्रुप और प्रमुख विधायकों-सांसदों की राय के आधार पर केंद्रीय नेतृत्व को बताया था कि राज्य में अगले साल होने वाले चुनाव को लेकर स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। इसके बाद से ही राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की भूमिका तैयार हो गई थी।