लालू परिवार की बढ़ी मुश्किल, तेजस्वी यादव के घर समेत 24 ठिकानों पर ED की रेड
1 min readप्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने तेजस्वी यादव के दिल्ली स्थित आवास पर छापेमारी की है। आरजेडी के पूर्व विधायक अबू दोजाना के पटना स्थित आवास पर भी केंद्रीय एजेंसियां पहुंची हैं।
रेलवे में लैंड फॉर जॉब मामले में आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के परिवार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने शुक्रवार को बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के दिल्ली स्थित आवास समेत 24 ठिकानों पर छापेमारी की है। दिल्ली के अलावा एनसीआर, पटना, रांची और मुंबई में रेड की गई है। लैंड फॉर जॉब मामले में लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी समेत अन्य आरोपी हैं। आरजेडी के पूर्व विधायक अबू दोजाना के पटना स्थित आवास पर भी केंद्रीय एजेंसियां जांच के लिए पहुंची हैं।
ईडी ने इस केस में तेजस्वी यादव पर भी शिकंजा कसा है। उनके दिल्ली में फ्रेंड्स कॉलोनी स्थित आवास पर भी रेड मारी गई है। ईडी की टीम घर की तलाशी ले रही है। इसके अलावा उनकी तीन बहनों के घर पर भी ईडी की टीम पहुंची है। गाजियाबाद स्थित लालू यादव के समधी जितेंद्र यादव के घर पर ईडी की टीम ने तलाशी ली। इसी हफ्ते सीबीआई ने लैंड फॉर जॉब मामले में लालू यादव और राबड़ी देवी से पूछताछ की थी।
क्या है लैंड फॉर जॉब स्कैम?
सीबीआई ने इस मामले में पिछले साल 18 मई को लालू यादव, राबड़ी देवी और उनकी दो बेटियों मीसा भारती और हेमा यादव के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। उस समय लालू और मीसा भारती के आवासों सहित 16 ठिकानों पर छापेमारी भी की गई थी। आरोप है कि 2004 से 2009 के बीच जब लालू यादव रेल मंत्री थे, तब रेलवे में नियमों का उल्लंघन करते हुए 12 लोगों को नौकरी दी गई थी। इसके बदले लालू परिवार और उनके करीबियों के नाम पर जमीन लिखवाई गई थी। ये नौकरियां पटना समेत मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर और हाजीपुर में स्थित विभिन्न जोनल रेलवे में दी गई थीं।
इसके बदले में उम्मीदवारों ने सीधे या फिर अपने परिवार के सदस्यों के जरिए कथित तौर पर लालू परिवार से जुड़े लोगों को बहुत कम दर पर या फिर औने-पौने दाम पर जमीन बेची थी। सीबीआई के मुताबिक इस पूरी जमीन की मौजूदा कीमत करीब 4.39 करोड़ रुपये है। अक्टूबर 2022 में लालू यादव, राबड़ी देवी और मीसा भारती सहित 16 लोगों के खिलाफ सीबीआई ने चार्जशीट दायर की थी।