नोएडा की आधी आबादी ने रखे अपने मुद्दे, महंगाई पर जमकर हुई नोकझोंक
1 min read‘चाय पर चर्चा’ और युवाओं से संवाद के बाद ‘अमर उजाला’ का चुनावी रथ ‘सत्ता का संग्राम’ नोएडा की महिलाओं के बीच पहुंचा। कार्यक्रम में पहुंची महिलाओं ने खुलकर चुनावी मुद्दों पर चर्चा की।
नोएडा में चुनावी मुद्दों पर चर्चा करती महिलाएं।
विस्तार
‘अमर उजाला’ का चुनावी रथ ‘सत्ता का संग्राम’ गुरुवार को नोएडा की महिलाओं के बीच पहुंचा। महिलाओं ने चुनावी मुद्दों पर चर्चा की। सभी महिलाओं ने सियासी मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी। ज्यादातर महिलाओं ने कहा कि पहले के मुकाबले लगभग सभी क्षेत्रों में अच्छे बदलाव हुए हैं। महिलाओं की सुरक्षा व्यवस्था बेहतर हुई है। महंगाई के मुद्दे पर जमकर बहस हुई। पढ़िए किसने क्या कहा?
अजना ने चर्चा की शुरुआत करते हुए कहा कि हमें सरकार से सुरक्षा चाहिए। इस महंगाई में हमारे पास कुछ पैसे बच जाएं ऐसी सरकार हो। वंदना बंसल ने कहा कि कोरोना के इस दौर में सभी को काम नहीं मिल रहा है। सभी को काम मिलना चाहिए। सुरक्षा होनी चाहिए। महंगाई पर भी लगाम लगनी चाहिए। सरोज भाटिया ने कहा कि महिलाओं को आगे लाने के लिए सरकार को काम करना चाहिए। महंगाई की वजह से हमें बहुत फर्क पड़ा है। ऐसी सरकार आनी चाहिए जो सभी की सुने और सभी को लेकर चले।
‘चुनाव में हिन्दू-मुस्लिम नहीं विकास की बात होनी चाहिए’
डॉक्टर शोभा भरद्वाज ने कहा कि महिलाओं की समस्याएं लगभग मिलती जुलती हैं। प्रसूति के समय सरकार महिलाओं की मदद करती है। नोएडा में बहुत बड़ा सरकारी हॉस्पिटल है इसके बाद भी आशा वर्कर प्रसूति के समय प्राइवेट हॉस्पिटल भेज देती हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए। सरकारी अस्पताल में ही सभी सुविधाएं होनी चाहिए। चुनाव के समय हिन्दू-मुस्लिम नहीं होना चाहिए। विकास की बात होनी चाहिए।
महंगाई के मुद्दे पर हुई नोकझोंक
गीता शर्मा ने महंगाई का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि गैस सिलेंडर से लेकर पेट्रोल, तेल तक सभी चीजें महंगी हो गई हैं। सुनीता शर्मा ने कहा कि हमारा देश बहुत बड़ा है। सरकार हर किसी को मदद नहीं पहुंचा सकती है। इसके बाद भी कई लोगों को सरकार से फायदा हुआ है। कई लोगों को नहीं भी हुआ है। एक महिला ने कहा कि महंगाई बढ़ने से परेशान हूं, लेकिन महिला सुरक्षा पर हुए काम की वजह से हम सुरक्षित महसूस करते हैं। माया शर्मा ने कहा कि पहले सात-आठ बजते ही हम बच्चों के घर नहीं आने पर परेशान हो जाते थे। अब ऐसा नहीं है। सुरक्षा बढ़ी है।
प्रीति शर्मा ने कहा कि महंगाई लगातार बढ़ रही है। कोरोना के दौर में ये परेशानी और बढ़ी है। नीरजा उपाध्याय ने कहा कि मुझे सुरक्षा के लिहाज से कोई परेशानी नहीं है। मौजूदा सरकार ने बहुत से काम किए हैं। महंगाई की बात पर उन्होंने कहा कि हम महंगाई की बात करते हैं, लेकिन हमारी आमदनी भी बढ़ी है। जितनी सुविधाएं इस वक्त मिल रहीं हैं, उसके लिहाज से महंगाई नहीं है।
नीलम भागी ने कहा कि जो लोग महंगाई की तरफदारी करते हैं ज्यादातर सरकारी नौकरी वाले या पेंशनर होते हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह मुंबई की महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस करती हैं वैसा माहौल पूरे देश में होना चाहिए। ज्योति सक्सेना ने कहा कि महिलाओं में जो भय होता है उसे खत्म करने के लिए हमें अपने संस्कारों में बदलाव लाना होगा। सुषमा ने स्वास्थ्य का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि किसी भी इलाज के लिए सरकार को रेट तय करने चाहिए। वंदना ने कहा कि महिलाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करना चाहिए। शालिनी श्रीवास्तव ने कहा कि मंहगाई की वजह से बहुत परेशानी हो रही है। गार्गी ने छोटे उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए लोन की प्रक्रिया आसान बनाने की मांग की।