पाकिस्तान से UK और कनाडा तक खालिस्तानियों का खात्मा, एक महीने में 3 की मौत; अब इनकी तलाश
1 min readभारत में अलग से खालिस्तान की मांग करने वाले कमजोर पड़ते दिख रहे हैं। सोमवार को कनाडा के सरे में खालिस्तान टाइगर फोर्स के चीफ हरदीप सिंह निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। एक महीने में 3 मारे गए हैं।
खालिस्तान की मांग करने वाले आतंकी बीते कुछ सालों से भारत के लिए सिरदर्द बने हुए थे। ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और ब्रिटेन तक में इनकी गतिविधियों की खबरें आती रहती हैं, लेकिन बीते एक महीने में कुछ ऐसी घटनाएं हुई हैं, जिससे खालिस्तान की मांग करने वाले कमजोर पड़ते दिख रहे हैं। सोमवार को कनाडा के सरे में खालिस्तान टाइगर फोर्स के चीफ हरदीप सिंह निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। निज्जर पर 10 लाख रुपये का इनाम था और वह वॉन्टेड खालिस्तानी आतंकवादी था। निज्जर की मौत बीते एक महीने के अंदर किसी तीसरे खालिस्तानी की मौत है।
इससे पहले बीते सप्ताह लंदन में रहने वाले अवतार सिंह खांडा की भी मौत हो गई थी। अवतार सिंह खांडा की दिल का दौरा पड़ने से मौत हुई। खांडा ने ही मार्च महीने में लंदन में स्थित भारतीय उच्चायोग के बाहर हिंसक प्रदर्शन का नेतृत्व किया था। इस दौरान तिरंगा झंडा हटाने की भी कोशिश हुई थी। इस पूरी घटना का मास्टमाइंड भी खांडा ही था। इसके अलावा 6 मई को पाकिस्तान में भी सक्रिय खालिस्तानी परमजीत सिंह पंजवार उर्फ मलिक सरदार सिंह की हत्या हो गई थी। परमजीत सिंह लाहौर स्थित अपने घर के पास मॉर्निंग वॉक पर निकला था, तभी दो अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारकर उसकी हत्या कर दी।
कैसे पाकिस्तान से UK और कनाडा तक मरे खालिस्तानी
परमजीत सिंह पंजवार को भारत ने UAPA के तहत जुलाई 2020 में आतंकवादी घोषित किया था। 1960 में पंजाब के तरनतारन जिले के पंजवार गांव में जन्मे परमजीत ने खालिस्तानी संगठन बना लिया था और पाकिस्तान के लाहौर में जाकर रहने लगा था। वह आईएसआई के इशारे पर खालिस्तान से जुड़ी गतिविधियां संचालित करता था। वहीं लंदन में हार्ट अटैक से मरे खांडा ने तो अमृतपाल सिंह की भी उस दौरान मदद की थी, जब वह फरार था और पुलिस तलाश कर रही थी। फिलहाल अमृतपाल सिंह असम की एक जेल में बंद है।
लाहौर में ही गोली से मारे गए दो खालिस्तानी कमांडर
पाकिस्तान के लाहौर में ही 2020 में एक और खालिस्तानी हरमीत सिंह उर्फ हैप्पी पीएचडी की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जांच एजेंसियों का कहना था कि वह खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के लोगों को ट्रेनिंग देता था। पंजाब में 2016 और 2017 में हुई टारगेट्स किलिंग्स में भी उसकी भूमिका बताई जाती थी। उसका शिकार होने वाले लोगों में आरएसएस से जुड़े रहे ब्रिगेडियन जगदीश जनेजा (सेवानिवृत्त) और सुल्तान मसीह शामिल थे। फिलहाल भारत की वॉन्टेड लिस्ट में शामिल खालिस्तान के टॉप आतंकियों की लिस्ट में गुरपतवंत सिंह पन्नू ही बचा है।
अभी इन खालिस्तानियों की है भारत को तलाश
हालांकि पन्नू के अलावा लखबीर सिंह रोडे, वाधवा सिंह बब्बर, रंजीत सिंह नीता, भूपिंदर सिंह भिंडा, गुरमीत सिंह बग्गा, परमजीत सिंह पम्मा, अर्शदीप सिंह गिल और हरविंदर सिंह संधू जैसे खालिस्तानी भी शामिल हैं। भारतीय एजेंसियों को इन खालिस्तानी आतंकियों की तलाश है। पिछले साल जून में ही कनाडा के सरे में रिपुदमन सिंह मलिक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। रिपुदमन सिंह पर 1985 में एयर इंडिया की फ्लाइट को बम से उड़ाने का आरोप था। इस घटना में 329 बेगुनाह लोगों की मौत हो गई थी।