जानें क्या था चौरी-चौरा कांड जिसका आज मनाया जा रहा है शताब्दी वर्ष
1 min readप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में आयोजित चौरी-चौरा (Chauri Chaura) शताब्दी समारोहों का वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से आज उद्घाटन करने वाले हैं. इस बाबत प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से पिछले दिनों एक बयान जारी किया गया था.
बयान के अनुसार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहेंगे. चौरी-चौरा शताब्दी समारोहों को मनाने का फैसला उत्तर प्रदेश सरकार ने लिया है. राज्य के सभी 75 जिलों में इस साल चार फरवरी से अगले साल चार फरवरी तक विभिन्न समाराहों का आयोजन करने का काम सूबे की सरकार करेगी.
आपको बता दें कि चौरी चौरा गोरखपुर का एक गांव है. आजादी के आंदोलन के दौरान यह गांव ब्रिटिश पुलिस तथा स्वतंत्रता सेनानियों के बीच हुई हिंसक घटनाओं के कारण चर्चा में रहा. चौरी चौरा में 4 फरवरी, 1922 को स्थानीय पुलिस और राजनीतिक कार्यकर्ताओं के बीच अप्रत्याशित संघर्ष हुआ और फिर क्रोध से भरी हुई भीड़ ने चौरी-चौरा के थाने में आग लगाने का काम किया था.
आक्रोश में आकर लोगों ने आग तो लगा दी जिससे इस हिंसा 22 पुलिसकर्मी जिंदा जल गये. चौरी चौरा की इस घटना से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी द्वारा चलाये गये ‘सविनय अवज्ञा आंदोलन’ को आघात पहुंचा, जिसके कारण उन्हें इसे स्थागित करने का निर्णय लेना पडा.