पार्थ चटर्जी को वीआईपी ट्रीटमेंट मिलता देख भड़का महिला का गुस्सा, सैंडल फेंककर मारा
1 min readशिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी के ऊपर एक महिला ने मंगलवार को सैंडल फेंकी। यह घटना उस वक्त हुई जब पार्थ चटर्जी को मंगलवार दोपहर में ईडी की कस्टडी में रूटीन चेकअप के लिए ईएसआई हॉस्पिटल ले जाया जा रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक चटर्जी कार में बैठ चुके थे और कार का शीशा चढ़ाया जा चुका था, तभी यह सैंडल कार की पिछली खिड़की से आकर टकराई। सैंडल फेंकने वाली महिला की पहचान शुभ्रा गौरी के रूप में हुई है। वह दक्षिणी 24 परगना जिले के अमताला की रहने वाली है, जहां यह ईएसआई अस्पताल स्थित है।
रिश्तेदार के लिए लेने आई थी दवा
महिला के मुताबिक वह अपने रिश्तेदार के लिए दवा लेने आई थी। इसी दौरान वहां पहुंचे पार्थ चटर्जी को वीआईपी ट्रीटमेंट मिलता देख उसे गुस्सा आ गया। महिला ने कहा कि एक ऐसा इंसान जिसने हजारों लोगों को धोखा देकर करोड़ों की प्रॉपर्टी और सोना खरीदा उसे एसी कार में अस्पताल में लाया जा रहा है? उसे तो गले में रस्सी बांधकर रास्ते भर घसीटते हुए लेकर आना चाहिए। महिला ने मौके पर मौजूद पत्रकारों से कहा कि मुझे इस बात की हैरानी है कि आप मुझसे पूछ रहे हैं कि मैंने उसके ऊपर सैंडल क्यों फेंका? मेरा तो मन था कि मेरी सैंडल उसके सिर पर जाकर लगती।
पहली बार दिखा आम आदमी का गुस्सा
वहीं इस घटना के बाद मचे हंगामे के बीच गौरी की दूसरी सैंडल भी वहां खो गई और वह वहां से पैदल ही घर चली गई। हालांकि भाजपा, कांग्रेस और सीपीआई (एम) ने पार्थ चटर्जी को सजा दिए जाने की मांग करते हुए कई जुलूस निकाले हैं। लेकिन यह पहली बार है जब इस मामले में किसी आम आदमी का गुस्सा सार्वजनिक तौर पर देखने को मिला है। गौरी ने कहा कि मैं अब नंगे पांव ही घर जा रही हूं। मेरा तो मन था कि दोनों सैंडलों से उसे मारती। इस दौरान वहां मौजूद पुलिस ने गौरी के ऊपर कोई कार्रवाई नहीं कि क्योंकि उसकी इस हरकत से किसी को चोट नहीं लगी थी।