बेलगाम सीओ व कोतवाल के आगे पुलिस कप्तान का आदेश हवा
1 min readदेवरिया। उत्तर प्रदेश डीजीपी की बेहतर पुलिसिंग के फरमानों को देवरिया पुलिस अंगूठा दिखाने से बाज नहीं आ रही। लायन आर्डर का अनुपालन कराना पुलिस का कार्य है जबकि मामले में मंडलायुक्त,जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक व उप जिलाधिकारी के निर्देश हो तो इस स्थिति में पुलिस को इन निर्देशों को कड़ाई से अनुपालन कराया जाना और भी महत्त्वपूर्ण हो जाता है, और जब सीओ व कोतवाल इन निर्देशों को हवा हवाई साबित कर दें तो मामले में किसी भी अनहोनी घटना से इंकार नहीं किया जा सकता वैसे भी ऐसे अधिकारियों के मनमानीपन और बेलगामी से तमाम घटनाएं घटित हो जाती हैं फिर बाद में जॉच के नाम पर लीपापोती कर दी जाती है।
मामला है कोतवाली थाना क्षेत्र के बांसपार बुजुर्ग का, जहां खानगी बंटवारे से मिले जमीन पर प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के तहत चयनित लाभार्थी द्वारा किए जा रहे जलाशय के निर्माण को कोतवाल देवरिया राहुल सिंह व सीओ सिटी श्रीयश त्रिपाठी विपक्षियों से मोटी रकम वसूल करते हुए निमार्ण कार्य को बंद रखे जाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इस मामले में न्यायालय उप जिलाधिकारी देवरिया ने विपक्षियों के स्थगन प्रार्थना पत्र को निरस्त कर मौक़े पर प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के तहत संचालित जलाशय के निमार्ण कार्य को पूर्ण कराए जाने की हरी झंडी दे दी। इस संबंध में प्रधानमंत्री की इस महत्वाकांक्षी योजना के निर्माण कार्य को पूर्ण कराए जाने को लेकर मंडलायुक्त गोरखपुर रवि एनजी, तत्कालीन जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह, पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा व उप जिलाधिकारी सौरभ सिंह ने तमाम आदेश किये परंतु शहर कोतवाल राहुल सिंह व सीओ सिटी श्रीयश त्रिपाठी सांठगांठ से विपक्षियों से मोटी रकम वसूल इन आदेशों के साथ डीजीपी के बेहतर पुलिसिंग को अंगूठा दिखा दिया। इस मामले में चयनित लाभार्थी व उनके परिवार के सदस्यों को फर्जी मुकदमों में फंसाकर जिंदगी बर्बाद किए जाने व विपक्षियों से मिलकर हत्या कराए जाने की कोतवाल की एडीजी जोन गोरखपुर से शिकायत पर अपर पुलिस अधीक्षक ने मामले में लीपापोती कर दी। मामला जस का तस पड़े होने से प्रधानमंत्री जी की महत्वाकांक्षी योजना अधर में है वहीं विपक्षियों के साथ कोतवाल राहुल सिंह व सीओ सिटी की बांछे खिली हुई हैं। लोगों का कहना है कि शहर कोतवाल व सीओ सिटी का अपने उच्चाधिकारियों के आदेशों की अवहेलना व पीड़ित के साथ अन्याय योगी 2 की सरकार के जीरो टॉलरेंस को खुली चुनौती देना है। अब देखना है कि ईमानदार छवि के पुलिस कप्तान भी इस मामले को ठंडे बस्ते में रखते हैं या इन बेलगाम कोतवाल व सीओ सिटी के विरूद्ध कड़ी कारवाई कर सरकार की जनता के प्रति निष्पक्ष मंशा की दुहाई देते हैं यह भविष्य के गर्त में है।