मुरैना हत्याकांड: शवों के अंतिम संस्कार से इनकार, आरोपियों के घर पर बुलडोजर चलाने की मांग
1 min readमध्य प्रदेश के मुरैना ज़िले के खूंखार डकैत रहे पान सिंह तोमर के भिड़ोसा गाँव से सटा लेपा गाँव में शुक्रवार की सुबह हुए खूनी संघर्ष में एक ही परिवार के 6 लोगो गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। गाँव के इन दोनों परिवारों के बीच 10 साल पुरानी दुश्मनी चली आ रही है। घटना में 6 लोगो की मौत हो जाने के बाद गाँव छावनी में तब्दील है और परिजन मृतकों के शवों का अंतिम संस्कार करने के लिए तैयार नहीं हैं, इसलिए गाँव में पूरी रात शवों के पास पुलिस के बड़े अधिकारी तैनात रहे।
गाँव वालों और परिजनों की माँग है कि जिस परिवार ने लोगो की हत्या की है उनकी जल्द से जल्द गिरफ्तारी की हो और उनके मकानों पर बुलडोजर चलाया जाए। साथ परिजनों की माँग है कि घटना में अनाथ हुए बच्चों के भरण पोषण से लेकर पढ़ाई-लिखाई का जिम्मा सरकार उठाए। गाँव में परिजनों ने मृतकों के शवों का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया है। रातभर पुलिस के अधिकारी परिजनों को मनाते रहे, लेकिन उसके बाद भी उन्होंने अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। घटना वाले गांव में तनाव बना हुआ है। पुलिस को डर है कि कही गाँव में उपद्रव जैसी स्थित न बन जाये।
बता दें शुक्रवार की सुबह गाँव में पुरानी रंजिश के चलते दो परिवारों में विवाद हुआ और उसके बाद एक पक्ष के परिवार वालों ने दूसरे पक्ष के परिवार में 6 लोगो को गोली मार दी,जिसमें तीन महिला और तीन पुरुषों की मौत हो गई है। इस घटना में 6 लोगों की मौत के अलावा अभी दो लोग गंभीर रूप से घायल हैं जिनका ग्वालियर में इलाज जारी है। यह खूनी घटना पूरे मध्य प्रदेश में आग की तरह फैल गई है।
इस गोलीकांड में गजेंद्र सिंह तोमर (65) उसके दो बेटे संजू सिंह तोमर (40), सत्यप्रकाश तोमर (36) और तीन बहुएं बबली पत्नी नरेंद्र सिंह, मधु पत्नी सुनील सिंह, केशकुमारी पत्नी वीरेंद्र सिंह की मौत हो गई। दो बेटे वीरेंद्र तोमर, नरेंद्र तोमर और परिवार का विनोद तोमर घायल हो गए।