किसान आंदोलन में टांग अड़ाना विदेशियों को पड़ा महंगा, एक्टर से लेकर क्रिकेटर्स तक ने सुना दी खरी-खोटी
1 min readमंत्रालय ने कहा कि प्रदर्शन के बारे में जल्दबाजी में टिप्पणी करने से पहले तथ्यों की जांच-परख की जानी चाहिए. सोशल मीडिया पर हैशटैग तथा सनसनीखेज टिप्पणियों से जिम्मेदार लोगों को बचने की जरूरत है. कुछ निहित स्वार्थी समूह प्रदर्शनों पर अपना एजेंडा थोपने की कोशिश कर रहे हैं और संसद में पूरी चर्चा के बाद पारित कृषि सुधारों के बारे में देश के कुछ हिस्सों में किसानों के बहुत ही छोटे वर्ग को कुछ आपत्तियां हैं. आगे मंत्रालय ने कहा कि हम अनुरोध करेंगे कि ऐसे मामलों में जल्दबाजी में टिप्पणी करने से पहले तथ्यों की पड़ताल की जाए और मुद्दों पर यथोचित समझ विकसित की जाए.
राजधानी दिल्ली की सीमा पर किसानों के आंदोलन करते दो महीने से ज्यादा हो गये हैं. इस बीच गणतंत्र दिवस के दिन राजधानी में हिंसा हुई जिसके बाद से मामले ने तूल पकड़ लिया है. किसानों के समर्थन में विदेशी हस्तियां भी आ रहीं हैं. किसानों के प्रदर्शन का समर्थन करने पर भारत ने पॉप गायिका रिहाना और जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग जैसी वैश्विक सेलिब्रिटी को आड़े हाथ लिया है.
क्या है मामला : दरअसल, रिहाना, स्वीडन की जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग, अमेरिकी अभिनेत्री अमांडा केरनी, अमेरिकी उप राष्ट्रपति कमला हैरिस की भांजी मीना हैरिस सहित कई मशहूर हस्तियों ने भारत में किसानों के विरोध प्रदर्शन पर टिप्पणी की है. मामले को लेकर इन्होंने ट्वीट किया है. रिहाना ने किसानों के प्रदर्शन का समर्थन किया और अपने ट्विटर वॉल पर लिखा कि हम इस बारे में बात क्यों नहीं कर रहे हैं. रिहाना के बाद स्वीडन की पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने कहा कि आपकी मदद के लिये कुछ चीजें… थनबर्ग ने अपने ट्वीट में कहा कि किस तरह प्रदर्शन का समर्थन किया जाए. उन्होंने आंदोलन के समर्थन में अधिक से अधिक ट्वीट करने और भारतीय दूतावासों के बाहर प्रदर्शन करने की अपील की. फिल्म ”द हंगरी टाइड” के लेखक अमिताव घोष ने थनबर्ग के रुख के लिये उनका आभार व्यक्त किया. इसके अलावा अमेरिकी अभिनेत्री अमांडा सेरनी, अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की भांजी मीना हैरिस, ”सेरेन्डिपिटी” स्टार कुसेक ने भी किसान आंदोलन के बारे में टिप्पणी की है.