नवनीत सिकेरा को भी पसंद आया ग्रेनो के प्रदीप का भौकाल
1 min readग्रेटर नोएडा। सादुल्लापुर गांव निवासी प्रदीप नागर ने अपने अभिनय से वेब सीरीज भौकाल में पिंटू डेढ़ा के निगेटिव रोल को जीवंत कर दिया है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आईपीएस नवनीत सिकेरा भी उनके बड़े प्रशंसक बन गए हैं। उन्हीं के जीवन पर यह वेेब सीरीज बनी है। उन्होंने फोन कर प्रदीप को बधाई दी है। वहीं, उत्तर प्रदेश के साथ दिल्ली पुलिस के अधिकारियों और कर्मचारियों ने भी प्रदीप नागर को मुलाकात के लिए निमंत्रण भेजा है।
प्रदीप नागर ने वेब सीरीज भौकाल में पिंटू डेढ़ा का किरदार निभाया है। भौकाल के दूसरे भाग में प्रदीप ने दमदार अभिनय किया है। इस कारण वेब सीरीज के हीरो की जगह उनकी तारीफ हो रही है। प्रदीप ने बताया कि वह वेब सीरीज में एक पुलिसकर्मी के किरदार का ऑडिशन देने पहुंचे थे। वह पुलिसकर्मी गुर्जर था, लेकिन फिल्म निर्माताओं ने उसे पिंटू डेढ़ा का किरदार दिया। वेब सीरीज डेढ़ वर्ष में पूरी होनी थी, लेकिन कोविड के कारण ज्यादा समय लग गया।
प्रदीप ने बताया कि उसका वजन 78 किग्रा था, लेकिन पिंटू डेढ़ा का किरदार पहलवान का था। इस कारण उसने अपना वजन 20 किग्रा और बढ़ाया। ग्रेनो में परी चौक के पास एक अखाड़ा बनाया और वहां पर सात माह तक तैयारी की। सीरीज का पहला भाग बनने से पहले तीन और बाद में चार माह तैयारी की। उन्होंने बताया कि सीरीज ने 14 साल का वनवास खत्म कर दिया है। पिंटू डेढ़ा के रोल ने उसे एक नई पहचान दी है। आईपीएस नवनीत सिकेरा उनके फैन हैं। उनको सीरीज में सबसे अच्छा किरदार पिंटू डेढ़ा का लगा है। वहीं, यूपी और दिल्ली के पुलिसकर्मी उसे मिलने को बुला रहे हैं।
किरदार को दमदार बनाने के लिए जरूरी थीं गालियां
वेब सीरीज के किरदार पिंटू डेढ़ा काफी गालियां देता है। इस पर प्रदीप नागर ने कहा कि किरदार को दमदार बनाने के लिए गालियां जरूरी थीं। गालियों के दम पर ही किरदार दमदार बन सका है। उन्होंने बताया कि वो पिंटू डेढ़ा के किरदार की तरह असल जिंदगी में खौफनाक नहीं हैं। प्रदीप नागर ने वर्ष 2012 में मुंबई का रुख किया था। तीन माह संघर्ष करने के बाद उनको एक टीवी शो में काम मिला था। उनकी सबसे पहली बड़ी फिल्म हाईवे रही। जिसमें रणदीप हुड्डा और आलिया भट्ट के साथ काम किया। प्रदीप एक हॉलीवुड की फिल्म में काम कर चुके हैं। अब तक 18 से अधिक फिल्म और सीरियल में अभिनय कर चुके हैं।
सफलता में दोस्तों का भी अहम रोल
प्रदीप नागर ने बताया कि उसके पास मुंबई जाने के लिए पैसे नहीं थे। तब दो दोस्त अरुण भाटी और डॉ. रणवीर सिंह ने आर्थिक मदद की। अरुण ने ट्रेन में चढ़ते समय 1500 रुपये दिए थे। जबकि उससे 5000 मांगे थे। इनके अलावा अजित, मोहित नागर, राजकुमार नागर, बॉबी भाटी आदि दोस्तों ने पूरा सहयोग किया। इन्हीं की मदद से आज इस मुकाम पर पहुंच सका हूं।