Omicron Effect On Children and Elderly: बच्चो व बुजुर्गो के लिए घातक साबित हो सकता है ओमीक्रोन
1 min readहेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है की ओमीक्रॉन 90 -95 फ़ीसदी कम गंभीर है ,पर बुजुर्गो व बच्चो के लिए खतरनाक हो सकता है इससे बचाव के लिए बेवजह घर से न निकले और खासी जुखाम जैसे कोई भी लक्षण दिखने पर जाचं जरूर कराये बेहतर होगा की आप होम आईसोलेट हो जाये और घर पे रह के ही इलाज करे
हालांकि इसमें अस्पताल में भर्ती होने वालों में भी मौत की संख्या कम होगी, डेल्टा लहर की तुलना में लगभग एक चौथाई ही होगा और मौत की संख्या भी कम रहेगी
भारत में ओमीक्रॉन के बढ़ते मामलो के बीच अब इसके पीक को लेकर कई तरह की आशंका जताई जा रही है ,आप ओमीक्रान की लहर में प्रवेश कर रहे है, जैसा की दुनिया भर के देश इससे गुजर रहे है हमे लगता है कि पीक पर आने के बाद लगभग पांच लाख मामले हर दिन आएंगे, हेल्थ एक्सपर्टस का कहना है की भारत में अगले महीने तक मामले पीक पर पहुंच जायेंगे, एक्सपर्ट ने हर दिन लगभग पांच लाख COVID-19 मामलो के आने की उम्मीद जताई है
बच्चों के लिए डेल्टा से ज्यादा घातक हो सकता है एक्सपर्ट्स ने कहा, हमें अपने बच्चो की सुरक्षा का ख़ास ख्याल रखना होगा उनकी खान पान की आदते और कसरत का ख़ास ध्यान देना होगा, जरुरी है की हर उनके खाने में नुट्रिशन का खास ध्यान रखे ताकि संक्रमित होने पर उनके शरीर को इन्फेक्शन से लड़ने की ताकत मिल सके, अनावश्यक बच्चो को घर से बहार न निकलने दे खांसी जुखाम जैसे लक्षण दिखाई देने पर तुरंत डाक्टर से संपर्क करे
एक्सपर्ट्स का कहना है कि ओमिक्रॉन से संक्रमित बच्चों में वयस्कों जैसे लक्षण (खांसी, जुकाम, बुखार) ही देखने को मिल रहे हैं.