आगे ऐसा बुरा वक्त आने वाला है जो वक़्त आज तक आप नही देखा :संत उमाकांत
1 min readलखनऊ : आगे ऐसा वक्त आने वाला है जो आज तक के वक्त में आपने नहीं देखा आने वाले वक्त में अन्न की कमी पानी की कमी ऐसी ऐसी भयंकर बीमारियां आपके बुरे कर्मों से आ रही हैं जिनमें यह दवाइयां काम करना बंद कर देंगी चारों तरफ हाहाकार मच जाएगा उस बुरे वक्त से बचने के लिए एक ही उपाय है कि आप सभी शाकाहारी हो जाएं और कोई भी ऐसा बुरा कार्य ना करें जिससे आपके बुरे कर्म बन जाए जिसका भुगतान आपको इस शरीर की तकलीफ सहने से भी करना पड़े एवं आपके जीव को भी भुगतना करना पड़े उक्त उद्गार दो दिवसीय अवध शिल्प ग्राम अवध बिहार योजना सेक्टर 9 में सत्संग सुनाते हुए विश्व विख्यात परम संत बाबा जयगुरुदेव जीके आध्यात्मिक उत्तराधिकारी संत उमाकांत तिवारी महाराज जी ने सत्संग सुनाते हुए कहा कि आपको यह जो मानव तन मिला है यह बड़ा दुर्लभ शरीर है यह मात्र 84 लाख योनियों के जेल खाने से छुटकारा प्राप्त करने के लिए मालिक की अपार दया के बाद हम आपको मिला है परंतु इसकी महत्व को ना समझने के कारण किसी पूरे संत सद्गुरु के सानिध्य में ना जाने के कारण इसकी पूरी समझ नहीं होती गुरु महाराज ने सन 1952 से 2012 तक अनवरत हम सभी जीवो को जगाने का एवं प्रभु से मिलाने का रास्ता बताया और जीवो की संभाल की तमाम लोगों को जीते जी उस कुल मालिक के दर्शन करवाएं उन्हीं के आदेश पर मैं भी जीवो को प्रभु प्राप्ति का मार्ग बता रहा हूं और उन्हीं की दया और मेहर से संभाल कर रहा हूं वैसे मैं यह कार्य करना नहीं चाहता था परंतु गुरु महाराज के आदेश का पालन तो करना ही है जो निरंतर मैं देश – विदेश में गुरु महराज के आध्यात्मिक मिशन को आगे बढ़ा रहा में हूँ गुरु महाराज ने जो संकल्प लिया था कि सभी लोग शाकाहारी हो जाएं और सच्चे अपने धाम सब लोग पहुंच जाएं उसी में मैं लगा रहता हूं आगे जो बुरा वक्त परेशानियां आ रही है उनसे बचने का मात्र एक ही उपाय यह है कि जो जय गुरुदेव नाम है इसको गुरु महाराज ने जगाया था इसको निरंतर आप नाम धुन द्वारा या ऐसे रटते रहो यही आपके बुरे वक्त में सहयोगी होगा आप उन तकलीफों से बच जाओगे दूसरा यह कि आप सभी लोग शाकाहारी हो जाएं ऐसा कोई भी नशा ना करें जिससे आपकी विवेक पागल हो जाए और आपकी नजरों में बहू बेटी की इज्जत खत्म हो जाए इतिहास गवाह है कि जब जब बहू बेटियों के सम्मान में ठेस पहुंची तब तक धर्म और अधर्म के बीच महासंग्राम हुआ और धर्म की रक्षा हुई इसलिए आप सभी लोग चरित्रवान बने चरित्रवान बनने के लिए किसी पूरे संत के पास सत्संग सुनना जरूरी होता है सत्संग की तो विशेषता आपके सभी धर्मिक ग्रंथ भी बताते हैं जब आप किसी पूरे संत के पास पहुंचते हैं तो उनकी नजरों से हाय अमृत किरण निकलती है जो आपके जन्मों – जन्मों के बुरे कर्मों को जला देती हैं और आपको सच्चा ज्ञान हो जाता है और आप बुरे कार्य स्वतः बंद कर देते हो आपको स्वयं यह ज्ञान हो जाता है कि यह शरीर जो हमको आपको मिला है यह किराए का मकान है उस प्रभु ने सबको एक निश्चित सांसो की पूंजी दे रखी है जहां वह शासो की पूंजी खत्म हुई तुरंत वह मकान मालिक यह मकान खाली करा लेता आपका यह शरीर यहीं पड़ा रह जाता इसको अपने अपने धर्मों के अनुसार कोई जला देता कोई दफना देता जीवात्मा को ले जाकर यमराज के दरबार में खड़ा किया जाता और यह पूछा जाता कि आपको जो यह शरीर दिया गया था इससे आपने कौन – कौन से कर्म किए वहां सब आपको दिखाया जाता कि आपने अपने सुख सुविधा के लिए कितने लोगों के साथ कौन – कौन से बुरे कर्म किए किनकी किनकी हत्या की यह सब आपको दिखा दिया जाता और तुरंत यमराज आपको सजा दे देते तो आप यह बात समझो और अपने अपने जीवतमा के कल्याण के लिए आप गंभीरता से विचार कीजिए यहां जितने भी आपने साजो सामान हाट हवेली कार बंगला मोटर नाते रिश्तेदार बनाये यह आपके आखरी समय में काम नहीं आएंगे जय गुरुदेव नाम आपकी मदद करेगा इसके लिए आपको घर बार छोड़ना नहीं बाल बच्चों को छोड़ना नहीं आप घर गृहस्थी में रहते हुए जो भी काम खेती दुकान दफ्तर का करते हो वह मेहनत ईमानदारी से करते रहो और शाम को बाल बच्चों की सेवा जब आपके पास कोई कार्य ना हो उस वक्त आप भजन करें आपका यह लोक भी बना रहे और वह लोक भी बन जाए सत्संग कार्यक्रम में सुभाष चंद गुप्ता राजा वरुनेद्र प्रताप सिंह नागेश्वर दिवेदी बलवंत सिंह लालित शुक्ला ( प्रधान ) आलोक सिंह,के के तिवारी, कन्हैया लाल गुप्ता, संतोष सिंह,लक्ष्मण सिंह,आनंद प्रकाश अवस्थी, मंगू लाल, आरपी त्रिपाठी, आलोक माथुर,शशिकांत सिंह, राजेश मौर्य समेत भारी संख्या में बाबा जयगुरुदेव के अनुयायियों की उपस्थिति रही |