ढाका: दुर्गापूजा त्योहार के दौरान पिछले सप्ताह मंदिर में तोड़फोड़ के विरोध में अल्पसंख्यक समुदाय के प्रदर्शन के बीच बांग्लादेश में हमलावरों के एक समूह ने हिंदुओं के करीब 29 घरों में आग लगा दी। यह जानकारी सोमवार को मीडिया की खबरों में दी गई। कुरान के कथित अपमान वाले वायरल वीडियो मामले में कट्टरपंथियों ने यहां हिंदुओं का जीना मुश्किल कर दिया है। पहले मंदिरों में तोड़-फोड़ डके बाद अब कट्टरपंथियों ने 29 घरों में आग लगा दी है।
‘बीडीन्यूज24 डॉट कॉम’ ने खबर दी कि आगजनी रविवार की देर रात को रंगपुर जिले के पीरगंज के एक गांव में हुई, जो यहां से करीब 255 किलोमीटर दूर है। खबर में जिले के पुलिस अधीक्षक मोहम्मद कमरूजम्मां के हवाले से बताया गया कि एक फेसबुक पोस्ट से अफवाह फैली कि गांव के एक युवा हिंदू व्यक्ति ने ‘धर्म का अपमान’ किया है, जिसके बाद वहां पुलिस रवाना हुई। खबर में बताया गया कि पुलिस व्यक्ति के घर के बाहर तैनात रही वहीं हमलावरों ने दूसरे घरों में आग लगा दी।
अग्निशमन नियंत्रण कक्ष ने बताया कि पीरोगंज माझीपारा इलाके में 29 घरों, दो रसोईघरों, दो खलिहानों और सूखी घास के 20 ढेर में आग लगाई गई थी। खबर में बताया गया कि आग लगने के कारणों की पहचान ‘अनियंत्रित भीड़’ के रूप में हुई है। खबर में बताया गया कि अग्निशमन सेवा को रात पौने नौ बजे आग लगने की सूचना मिली और इसे सुबह चार बजकर 10 मिनट पर बुझा दिया गया। किसी के हताहत होने की फिलहाल कोई खबर नहीं है।
कोमिला इलाके में दुर्गापूजा के एक पंडाल में कथित ईशनिंदा के बाद फैले सांप्रदायिक तनाव के कारण आग लगाने की घटना हुई है। पिछले हफ्ते कोमिला इलाके में हुई घटना के कारण हिंदू मंदिरों पर हमले किए गए और कोमिला, चांदपुर, चटग्राम, कॉक्स बाजार, बंदरबन, मौलवीबाजार, गाजीपुर, फेनी सहित कई जिलों में पुलिस और हमलावरों के बीच संघर्ष हुए।
खबर में बताया गया कि हमलों एवं सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक नफरत फैलाने को लेकर कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बांग्लादेश हिंदू बुद्धिस्ट क्रिश्चियन यूनिटी काउंसिल ने आरोप लगाया है कि चांदपुर एवं नोआखाली में हमलों में कम से कम चार हिंदू श्रद्धालुओं की मौत हो गई। इस बीच अपराध निरोधक बल रैपिड एक्शन बटालियन (आरएबी) ने फेनी में हिंदू अल्पसंख्यक समुदाय की दुकानों एवं मंदिरों में तोड़फोड़ को लेकर दो और लोगों को गिरफ्तार किया है।
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