मिलावटी हल्दी ले रही जान, जानें क्या है घर पर शुद्धता चेक करने का तरीका
1 min readभारतीय रसोई में हल्दी की खास जगह है। यह पकवानों से लेकर पूजा तक में इस्तेमाल की जाती है। हल्दी कॉस्मेटिक्स का भी हिस्सा है। हल्दी में एंटी-इनफ्लेमट्री गुण होते हैं। आयुर्वेद में भी इसके औषधीय गुण बताए गए हैं। लेकिन हल्दी में जो मिलावट होती है वह जानलेवा साबित हो सकती है। हल्दी का रंग गहरा करने के लिए इसमें जो लेट क्रोमेट जैसे केमिकल मिलाए जाते हैं। ये जहरीले होते हैं और इनसे इससे लेड पॉइजनिंग हो सकती है। साथ ही दिल और दिमाग से जुड़ी बीमारियां हो सकती हैं, खासकर बच्चों के। अगर आप भी हल्दी को ‘खरा सोना’ समझकर इस्तेमाल करते हैं तो जान लें असली हल्दी की पहचान।
खुद पिसवाने में भी खतरा
हल्दी में मिलावट की खबरें अक्सर सुर्खियों में रहती हैं। सतर्कता बरतने के लिए कई लोग खुद हल्दी लेकर इसे घर पर पिसवाते हैं। हल्दी की जड़ें खरीदने में भी खतरा होता है। कई बार खराब क्वॉलिटी या जंगली हल्दी को दुकानदार केमिकल से रंगते हैं। आप समझते हैं कि शुद्ध हल्दी ले रहे हैं लेकिन यहां भी मात खा जाते हैं। यहां जानें आप इस जहरीली मिलावट से बचने के लिए क्या कर सकते हैं।
हथेली पर करें टेस्ट
एक चुटकी हल्दी को अंगूठे से 20 सेकंड तक मसलें। हल्दी असली होगी तो चिपक जाएगी। हाथ पर पीला दाग भी पड़ जाएगा।
वॉटर टेस्ट
एक ग्लास में गरम पानी लेकर इसमें हल्दी डालें। पाउडर को 10-15 मिनट तक पड़ा रहने दें। अगर हल्दी तली में बैठ जाती है तो असली है। अगर ऊपर रहती है और डार्क पीला रंग छोड़ती है तो नकली है।
लेड क्रोमेट टेस्ट
एक चम्मच हल्दी को पानी में डालें। तुरंत रंग घुलकर निकलने लगें तो इसमें लेड क्रोमेट मिला हो सकता है। असली हल्दी का रंग पीला होगा लेकिन मिलावटी हल्दी गहरा पीला रंग छोड़ती है।