जानें, कौन हैं टूलकिट में गिरफ्तार होने वाली दिशा रवि और ग्रेटा थनबर्ग से है क्या कनेक्शन
1 min readदिल्ली पुलिस ने ग्रेटा थनबर्ग की ओर से किसान आंदोलन को लेकर शेयर की गई टूल किट के मामले में क्लाइमेट एक्टिविस्ट दिशा रवि को गिरफ्तार किया है। दिल्ली पुलिस की साइबर क्राइम यूनिट ने शनिवार को दिशा रवि को उसके बेंगलुरु स्थित घर से अरेस्ट किया था। पुलिस का कहना है कि दिशा रवि ने ही स्वीडन की ग्रेटा थनबर्ग को टूल किट मुहैया कराई थी और वह इस पूरे मामले में मुख्य साजिशकर्ता है। इसे 26 जनवरी को दिल्ली के लाल किले में हुए हिंसक प्रदर्शन से जोड़कर देखा जा रहा है।
दिल्ली पुलिस ने एक ट्वीट में बताया है कि दिशा रवि ने वॉट्सएप ग्रुप शुरू किया था और टूलकिट डॉक्युमेंट तैयार करने के लिए समन्वय किया था। डॉक्युमेंट का ड्राफ्ट तैयार करने वालों में वह भी शामिल थी। पुलिस का कहना है कि इस प्रक्रिया में सभी ने मिलकर खालिस्तान समर्थन पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन संग काम किया था और भारत सरकार के खिलाफ माहौल तैयार करने की कोशिश की।
कौन है दिशा रवि और ग्रेटा से क्या कनेक्शन
बेंगलुरु के माउंट कार्मेल स्कूल से ग्रैजुएट 22 साल की दिशा रवि क्लाइमेट एक्टिविस्ट ग्रुप Fridays for Future का हिस्सा हैं। इसकी शुरुआत 2018 में ग्रेटा थनबर्ग ने ही की थी। इसके बाद 2019 में दिशा रवि ने इस संगठन की भारतीय विंग शुरू की थी और वह देश में इसकी मुखिया के तौर पर काम करती हैं। क्लाइमेट चेंज पर दिशा रवि तमाम लेख भी लिखती रही हैं।
कहां से मिला मोटिवेशन
दिशा रवि का कहना है कि उसे दादा-दादी किसान थे और क्लाइमेट चेंज के असर से जूझ रहे हैं। यहीं से उन्हें इस पर काम करने की प्रेरणा मिली। दिशा रवि के एक दोस्त ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया कि वह क्लाइमेट चेंज के मसले पर बेहद सक्रिय रही हैं।
दिशा रवि पर क्या हैं आरोप?
दिल्ली पुलिस ने दिशा रवि पर देशद्रोह, हिंसा के लिए उकसाने, आपराधिक साजिश रचने के मामले में केस दर्ज किया है। टूलकिट तैयार करने में सहयोग को लेकर उन पर यह केस दर्ज हुआ है। रविवार को अदालत ने दिशा रवि को 5 दिन की पुलिस हिरासत में भेजने का आदेश दिया था।