आजमगढ़ उपचुनावः ओपी राजभर के बाद जयंत चौधरी भी पहुंचे, फंस गई है सपा?
1 min readसपा का गढ़ कही जाने वाली आजमगढ़ लोकसभा सीट पर उपचुनाव इसी हफ्ते होने जा रहा है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव के इस्तीफे से खाली हुई सीट पर धर्मेंद्र यादव को उतारा गया है। सपा के लिए सीट बचाना चुनौती बन गया है। इसी का असर है कि गठबंधन के साथी सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर और रालोद के प्रमुख जयंत चौधरी भी आजमगढ़ पहुंचे हुए हैं। सपा महासचिव रामगोपाल यादव पहले से आजमगढ़ में डेरा डाले हुए हैं।
विधानसभा चुनाव में यहां की सभी सीटों पर सपा गठबंधन ने कब्जा किया था इसके बाद भी स्थितियां बदली-बदली दिखाई दे रही हैं। बसपा-भाजपा के दांव ने सपा को सांसत में डाल दिया है। एमवाई यानी यादव मुसलमान समीकरण दांव पर है। बसपा ने पूर्व विधायक गुड्डू जमाली को मैदान में उतारकर जहां मुसलमान वोटों में सेंधमारी की तैयारी की है, वहीं भाजपा ने दिनेश लाल यादव निरहुआ को फिर से मौका देकर यादव वोटों को बांटने की रणनीति बनाई है।
सपा की तरफ से रामगोपाल यादव रणनीति तैयार कर स्थानीय नेताओं और इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र संघ के नेताओं को गांव-गांव और घर-घर प्रचार-प्रसार करने के साथ ही प्रतिदिन सुबह और शाम को मॉनिटरिंग कर रहे है। वहीं सपा ने अपने मुस्लिम वोट बैंक को बचाने के लिए महाराष्ट्र प्रांत के अध्यक्ष अबू आसिम से लेकर गाजीपुर के विधायकों को भी मैदान में उतार दिया और सपा प्रत्याशी धर्मेन्द्र यादव के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश की जा रही है।